नई दिल्ली : हरियाणा और पंजाब को जोड़ने वाले शंभू बॉर्डर पर आज दिन की शुरुआत तनावपूर्ण हुई थी, लेकिन अब राहत भरी खबर आई है। किसानों ने आज से दिल्ली कूच का ऐलान किया है और वे जेसीबी एवं ट्रैक्टरों को लेकर आगे भी बढ़ने की कोशिश में जुटे थे। इस बीच सरकार ने एक बार फिर से वार्ता का प्रस्ताव रख दिया है। इससे शंभू बॉर्डर पर फिर शांति नजर आ रही है। खबर है कि किसान नेताओं की मीटिंग चल रही है, जिसमें मंथन किया जा रहा है कि सरकार के प्रस्ताव पर क्या फैसला लिया जाए। संयुक्त किसान मोर्चा से जुड़े गुरनाम सिंह चढ़ूनी ने सरकार से मिले वार्ता के ऑफर का स्वागत किया है।
वार्ता का ऑफर रखते हुए कृषि मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा कि एमएसपी, पराली समेत सभी मुद्दों पर हम बातचीत के लिए तैयार हैं। एक बार फिर से किसानों के साथ हम बैठने के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा कि वार्ता चलती रहनी चाहिए। कई बार कुछ चीजों पर सहमति बनती है और कुछ पर नहीं बनती। अर्जुन मुंडा ने कहा कि अब तक किसानों की ओर से बातचीत को लेकर सूचना नहीं आई है, लेकिन हमारी अपील होगी कि वार्ता के लिए बढ़ें। सरकार यह चाहती है कि इसका समाधान तात्कालिक तौर पर भी और लंबे समय के लिए भी हो जाए।
फिलहाल किसान आगे नहीं बढ़ रहे हैं और पुलिस ने भी ऐक्शन को रोक दिया है। केंद्र सरकार के प्रस्ताव के बाद शंभू बॉर्डर के दोनों तरफ स्थिति सामान्य है। पुलिस आंसू गैस के गोले नहीं छोड़ रही है और किसान भी जेसीबी और ट्रैक्टरों के साथ शांतिपूर्ण प्रदर्शन ही कर रहे हैं। उनकी ओर से बैरिकेडिंग से आगे बढ़ने की कोशिश नहीं हो रही है। हरियाणा पुलिस की ओर से किसान आंदोलनकारियों को चेतावनी भी दी गई है कि वे शंभू बॉर्डर से जेसीबी और ट्रैक्टरों को हटा लें। यदि ऐसा नहीं किया गया तो फिर सख्त ऐक्शन लिया जाएगा।
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इसकी वजह यह है कि किसान आंदोलनकारी जेसीबी और पोकलेन मशीनों के जरिए बैरिकेडिंग को तोड़ने की कोशिश कर रहे थे। ऐसे में पुलिस ने इन लोगों को चेतावनी दी है। बता दें कि शंभू बॉर्डर हरियाणा के अंबाला जिले में स्थित है और पंजाब को जोड़ने वाला सबसे प्रमुख मार्ग है। ऐसे में इस बॉर्डर पर किसानों के जुटने से यात्रियों को भी परेशानी उठानी पड़ रही है और लोग चंडीगढ़ होते हुए सफर कर रहे हैं।