नई दिल्ली: फ्रांसीसी दूतावास ने भारत में घोषणा की कि फ्रांस ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) की मासिक अध्यक्षता संभाल ली है। इस दौरान, फ्रांस वैश्विक शांति, सुरक्षा और मानवीय प्रभावों के मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करेगा और भारत को स्थायी सदस्यता दिलाने के लिए यूएनएससी में सुधार की आवश्यकता को प्रमुखता से उठाएगा।
इसकी जानकारी फ्रांसीसी दूतावास ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर एक पोस्ट के माध्यम से साझा करते हुए यूएनएससी में भारत के समर्थन की बात कही।
फ्रांसीसी दूतावास ने ‘एक्स’ पर पोस्ट करते हुए कहा, “आज, फ्रांस ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की मासिक अध्यक्षता संभाली है। यह वैश्विक शांति और सुरक्षा पर महत्वपूर्ण चर्चाओं को आगे बढ़ाएगा, साथ ही मानवीय प्रभावों पर ध्यान केंद्रित करेगा। दुनिया की वर्तमान स्थिति को देखते हुए, फ्रांस यूएनएससी सुधार की आवश्यकता को दोहराता है, जो भारत को स्थायी सीट प्रदान करता है।”
फ्रांस का भारत को समर्थन
फ्रांसीसी दूतावास की यह घोषणा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रोन की फरवरी में हुई बैठक के बाद आई है। इस बैठक में दोनों नेताओं ने यूएनएससी सुधार की तात्कालिकता पर जोर दिया था और बहुपक्षीय मंचों पर करीबी समन्वय बनाए रखने पर सहमति जताई थी।
फ्रांस ने स्पष्ट रूप से संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत की स्थायी सदस्यता के प्रति अपने मजबूत समर्थन को दोहराया। दोनों नेताओं ने वीटो पावर के उपयोग को नियंत्रित करने की चर्चा को मजबूत करने की आवश्यकता पर सहमति व्यक्त की और अंतर्राष्ट्रीय मामलों व वैश्विक चुनौतियों पर व्यापक विचार-विमर्श किया।
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में सुधार की आवश्यकता
पिछले साल 79वें संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) सत्र के दौरान, फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रोन ने यूएनएससी में भारत को स्थायी सदस्य के रूप में शामिल करने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई थी।
मैक्रोन ने अपने संबोधन में कहा था, “जब तक सुरक्षा परिषद में कुछ देशों द्वारा अवरोध डाला जाता रहेगा, तब तक वैश्विक प्रगति कठिन होगी। हमें संयुक्त राष्ट्र को अधिक प्रभावी बनाने की दिशा में कार्य करना होगा और इसे अधिक प्रतिनिधित्व देने की आवश्यकता है।” उन्होंने कहा कि फ्रांस सुरक्षा परिषद के विस्तार का समर्थन करता है, जिसमें भारत, जर्मनी, जापान और ब्राजील को स्थायी सदस्यता दी जानी चाहिए, साथ ही अफ्रीका के दो देशों को भी प्रतिनिधित्व मिलना चाहिए।
भारत की दीर्घकालिक मांग
भारत लंबे समय से संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में स्थायी सीट की मांग कर रहा है, ताकि वह विकासशील देशों के हितों का बेहतर प्रतिनिधित्व कर सके। अंतर्राष्ट्रीय समुदाय के समर्थन से भारत की इस पहल को बल मिला है।
वर्तमान में, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में 15 सदस्य देश हैं, जिनमें चीन, यूनाइटेड किंगडम, फ्रांस, रूस और संयुक्त राज्य अमेरिका स्थायी सदस्य हैं, जिन्हें वीटो पावर प्राप्त है। इसके अलावा, 10 अस्थायी सदस्य दो वर्षों के कार्यकाल के लिए संयुक्त राष्ट्र महासभा (यूएनजीए) द्वारा चुने जाते हैं। फ्रांस की अध्यक्षता के दौरान, भारत को स्थायी सदस्यता दिलाने के प्रयासों को गति मिलने की उम्मीद है।