नई दिल्ली : सुप्रीम कोर्ट पेगासस मामले में शुक्रवार को सुनवाई करेगा। सुप्रीम कोर्ट में मामले की बुधवार को सुनवाई होनी थी लेकिन सुप्रीम कोर्ट में केंद्र सरकार की ओर से पेश सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने कहा कि वह बुधवार को मनी लॉन्ड्रिंग के केस में दलील देने में व्यस्त होंगे लिहाजा बुधवार को सुनवाई न की जाए। सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस एनवी रमना की अगुवाई वाली बेंच ने इस मामले में सुनवाई बुधवार के बजाय शुक्रवार को करने पर तैयार हो गया।
दरअसल, 27 अक्टूबर 2021 को सुप्रीम कोर्ट ने पेगासस जासूसी मामले में जांच के लिए टेक्निकल कमिटी का गठन किया था। सुप्रीम कोर्ट के रिटायर जस्टिस आरवी रवींद्रन, कमिटी के कामकाज की निगरानी कर रहे हैं। सुप्रीम कोर्ट ने कमिटी से पेगासस मामले में लगाए गए आरोपों की जांच करने का निर्देश देते हुए कहा था कि हर नागरिक के निजता के अधिकार के उल्लंघन को प्रोटेक्ट करना जरूरी है।
सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस एनवी रमना की अगुवाई वाली बेंच ने इस दौरान टिप्पणी करते हुे कहा था कि राज्य (केद्र सरकार) सिर्फ राष्ट्रीय सुरक्षा की बात करके कोर्ट को मूक दर्शक नहीं बना सकती है। सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार की उस दलील को ठुकरा दिया था जिसमें केंद्र सरकार ने मामले की जांच के लिए खुद से एक्सपर्ट पैनल बनाने की बात कही थी। कोर्ट ने कहा कि ऐसी कोई भी पहल पक्षपात के खिलाफ न्यायिक सिद्धांत का उल्लंघन होगा।
सुप्रीम कोर्ट ने कमिटी से जल्दी से जल्दी रिपोर्ट पेश करने को कहा था। सुप्रीम कोर्ट पेगासस जासूसी मामले में याचिकाकर्ताओं की एसआईटी जांच की मांग वाली याचिका पर फैसला सुनाया गया था। इससे पहले केंद्र सरकार ने कहा था कि वह हलफनामा दायर नहीं करना चाहती तब सुप्रीम कोर्ट ने मामले में अंतरिम आदेश पारित करने की बात कही थी।