धर्मशाला। हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा केंद्रीय सहकारी बैंक में ग्रेड वन से ग्रेड फोर तक के खाली पड़े 266 पदों को भरने के लिए डीपीसी प्रक्रिया को शुरू कर दिया गया है। डीपीसी में अगले चार माह में कर्मचारियों की भर्ती प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी। अब बैंक में कर्मचारियों की पदोन्नति का रास्ता भी साफ हो जाएगा। बैंक में वर्ष 2016 में हुई भर्ती के कर्मी भी अब पदोन्नति के लिए परीक्षा दे पाएंगे। बुधवार को इस संबंध में केसीसी बैंक की निदेशक मंडल की बैठक में चेयरमैन डॉ. राजीव भारद्वाज की अध्यक्षता में प्रस्ताव पारित किया गया।
वर्ष 2016 में बैंक में हुई भर्ती विभिन्न पदों पर 200 से ज्यादा कर्मी भर्ती हुए थे, जिन्हें अब पदोन्नति का अवसर मिलेगा। वहीं निदेशक मंडल की बैठक में 80 जलवाहकों की भर्ती दैनिक वेतन भोगी के आधार पर करने का फैसला लिया है। इसके लिए प्रस्ताव पारित कर मंजूरी के लिए सहकारिता विभाग के पंजीयक को मामला भेजा जाएगा। मंजूरी मिलने के बाद दो सप्ताह के भीतर भर्ती प्रक्रिया आरंभ कर दी जाएगी। वहीं प्रबंध निदेशक के पीए को सेवा विस्तार दिए जाने को लेकर भी प्रस्ताव पारित किया है। इसके अलावा एनपीए को कम करने के लिए वन टाइम सेटलमेंट का प्रस्ताव भी पारित कर दिया।
बैंक के 50 बड़े डिफाल्टरों के खिलाफ भी कार्रवाई की तैयारी शुरू कर दी है। इनके पास बैंक का 250 से 300 करोड़ रुपये फंसा है। बैंक के चेयरमैन डॉ. राजीव भारद्वाज ने बताया कि निदेशक मंडल बैठक में कई अहम फैसले लिए गए है। बैंक के बढ़ रहे एनपीए कम करने को लेकर भी बड़े डिफाल्टरों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। उन्होंने कहा कि वर्ष 2016 की भर्ती के कर्मियों को पदोन्नति के लिए एलीजिबल टेस्ट पास करने को लेकर प्रस्ताव पारित कर दिया है। इसके अलावा बैंक में 80 जलवाहकों के पदों को भरने के लिए मंजूरी दे दी गई है।