गुजरात में विधानसभा का 18 फरवरी 2023 में कार्यकाल खत्म होने जा रहा है. ऐसे में उम्मीद है कि इस साल के आखिरी में नवंबर और दिसंबर के बीच विधानसभा चुनाव हो सकते हैं. इस बीच, आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरिवाल ने गुजरात दौरे पर एक बयान देकर राजनीतिक माहौल गरमा दिया है. केजरीवाल ने कहा कि बीजेपी गुजरात में 4-5 मई के आसपास विधानसभा को भंग कर चुनाव की घोषणा कर सकती है. वैसे, केजरीवाल क्यों इस तरह के दावे कर रहे हैं और इसकी क्या सच्चाई है कि गुजरात में बीजेपी जल्द चुनाव करवाना चाहती है. जानिए इस रिपोर्ट में सब कुछ…
दरअसल, गुजरात सरकार ने पिछले कुछ दिनों में ऐसे फैसले लिए हैं, जो जल्द चुनाव की तरफ इशारा कर रहे हैं. भूपेंद्र पटेल सरकार ने गुजरात दिवस यानी 1 मई को सरकारी कर्मचारियों की पुरानी मांगों को लेकर बड़ी घोषणा की. पटेल ने लंबे वक्त से चल रहीं 7वें पगार पंच और महंगाई भत्ता बढ़ाने की मांग को स्वीकार कर लिया है. सरकार ने कहा कि कर्मचारियों के लिए महंगाई भत्ता जुलाई 2021 से लागू किया जाएगा. जिसका फायदा सीधा गुजरात सरकार के रिटायर्ड और काम करने वाले 9.38 लाख लोगों को मिलेगा.
बीजेपी भूपेंद्र सरकार ले रही बड़े फैसले
पिछले दो महीने में गुजरात सरकार ने ताबड़तोड़ फैसले लिए हैं. पिछले पांच साल से भर्ती प्रकिया बंद या अटकी पड़ी थी, उसको लेकर प्रक्रिया आगे बढ़ाई. सरकारी नौकरी की भर्ती परीक्षा अप्रैल 30 तक पूरा कर दी गई है. इसके साथ ही बेरोजगारों के अलग-अलग मुद्दों पर भी निर्णय लिया. जो युवा बेरोजगार विरोध कर रहे थे, उनकी मांगों को फिलहाल सरकार ने पूरा कर दिया है. सरकार ने कई मांगों को स्वीकार कर लिया है. सरकार ने पेंडिंग में चल रहे अलग-अलग परियोजनाओं के उद्घाटन भी कर दिए हैं.
संभावनाओं से नहीं किया जा रहा इंकार
इधर, हाल ही में अहमदाबाद आए भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने एक बयान में साफ किया था कि गुजरात में तय समय पर चुनाव होंगे. उन्होंने कहा था कि गुजरात में नवंबर- दिसंबर तक चुनाव होंगे. हालांकि, गुजरात में वरिष्ठ पत्रकार और राजनीतिक जानकार मान रहे हैं कि हाल ही में सरकार ने कुछ आईएएस, आईपीएस के ट्रांसफर और प्रमोशन किए गए हैं. इसके अलावा, राज्य चुनाव आयोग के अध्यक्ष को भी बदला गया है. ऐसे में इन संभावनाओं को नकारा नहीं जा सकता है कि गुजरात में चुनाव जल्द नहीं हो सकते हैं.
केजरीवाल ने कहा था- भाजपा विधानसभा भंग करने जा रही…
बता दें कि दो दिन पहले अरविंद केजरीवाल ने एक ट्वीट कर कहा था कि क्या भाजपा अगले हफ्ते गुजरात विधानसभा भंग करके गुजरात के चुनावों का ऐलान करने जा रही है? ‘आप’ का इतना डर? आप दूसरी बार गुजरात चुनाव में उतरने जा रही है. 2017 में आप ने सिर्फ 29 सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे. हालांकि, एक भी उम्मीदवार नहीं जीत सका था. सभी उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो गई थी. इस बार आप ने भारतीय ट्राइबल पार्टी (BTP) से गठबंधन किया है. बीटीपी के नेता छोटू भाई वसाबा की आदिवासी समाज में खासी पैठ है.
गुजरात में बहुमत के लिए चाहिए 92 सीटें
गुजरात में विधानसभा की कुल 182 सीटें हैं. बहुमत के लिए 92 सीटें होनी चाहिए. 2017 के चुनाव में भाजपा ने 99 सीटें जीती थीं. जबकि कांग्रेस को 77 सीटें मिली थीं. भाजपा के बाद कांग्रेस प्रदेश की दूसरी बड़ी पार्टी है. यहां एनसीपी की एक और बीटीपी की दो सीटें हैं. तीन निर्दलीय विधायक चुनाव जीते थे