नई दिल्ली : राजधानी दिल्ली में कोरोना संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। देश में संक्रमण दर 6 फीसदी से कम है, जबकि दिल्ली में यह 23 फीसदी तक पहुंच गई है। संक्रमण से बचाव के लिए वैक्सीन की उपलब्धता जानने के लिए हिन्दुस्तान संवाददाता ने कोविन ऐप पर बूस्टर डोज की पड़ताल की। इस दौरान चौंकाने वाले तथ्य सामने आए। ऐप पर दिल्ली के किसी भी सरकारी केंद्र पर कोरोना की बूस्टर डोज उपलब्ध नहीं मिली। सिर्फ चार निजी केंद्रों पर बच्चों और नाक से दी जाने वाली वैक्सीन उपलब्ध होने की जानकारी मिली। ऐसे में बूस्टर डोज लेने वाले लोग परेशान हैं।
दिल्ली के स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के मुताबिक, राजधानी में 78 फीसदी आबादी ने कोरोना की बूस्टर डोज नहीं लगवाई है। 8 अप्रैल, 2023 तक राजधानी में 33 लाख 92 हजार लोगों ने कोरोना के खिलाफ एहतियातन सुरक्षा के लिए बूस्टर खुराक लगवाई है। छह महीने पहले तक 30 सितंबर के आंकड़ों के अनुसार, 1.56 करोड़ से अधिक लोग कोरोना की दोनों डोज लगवा चुके हैं। यानी अब बूस्टर डोज लगवा सकते हैं। 1.56 करोड़ लोगों में से सिर्फ लगभग 34 लाख यानी एक चौथाई ने भी बूस्टर डोज नहीं लगवाई है। डॉक्टरों का कहना है कि कोरोना से बचने के लिए सभी योग्य लोगों को बूस्टर लेनी चाहिए।
कोवैक्सीन और कोविशील्ड की एक भी खुराक नहीं
पड़ताल में सामने आया कि दिल्ली के किसी भी जिले में सरकारी केंद्र पर बूस्टर खुराक समेत कोविशिल्ड और कोवैक्सीन की पहली और दूसरी खुराक भी उपलब्ध नहीं है। सिर्फ चार निजी केंद्रों पर दो वैक्सीन पहली और दूसरी डोज के रूप में उपलब्ध हैं। इनमें द्वारका स्थित आकाश अस्पताल में 990 रुपए में नेजल वैक्सीन उपलब्ध है। इसके अलावा यहां बच्चों को दिया जाने वाला कॉर्बेवॉक्स का टीका उपलब्ध था। स्टार इमेजिंग हेल्थ लैब में नेजल वैक्सीन 855 रुपए में उपलब्ध थी। न्यू महावीर नगर, आउट रिंग रोड स्थित आस्था अस्पताल और जामिया नगर के अलसिफा अस्पताल में कॉर्बेवॉक्स का टीका उपलब्ध था।
क्या होती है बूस्टर डोज
कुछ वैक्सीन जिंदगी भर वायरस से सुरक्षा देती हैं, लेकिन कुछ बीमारियां ऐसी भी हैं, जिनकी वैक्सीन ताउम्र सुरक्षा नहीं देती। कुछ समय बाद वैक्सीन से पैदा हुई ऐंटीबॉडी कमजोर पड़ने लगती है। उसे मजबूती देने के लिए वैक्सीन की जो डोज दी जाती है, उसे बूस्टर डोज कहते हैं। इसे प्रिकॉशन डोज या ऐहतियाती खुराक भी कहते हैं। कोरोना के मामले में ज्यादातर वैक्सीन के दो डोज लेने के बाद शुरू किया गया था।
बता दें कि दिल्ली में रविवार को 699 कोरोना के नये मामले सामने आए थे। इसके बाद आज दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा है कि विशेषज्ञों के मुताबिक, दिल्ली में कोरोना की नई लहर आएगी और चली जाएगी। उन्होंने सर्दी, खांसी और बुखार जैसे लक्षणों से पीड़ित लोगों से अपील की है कि वो मास्क पहनें और भीड़भाड़ वाली जगहों पर जाने से परहेज करें।