ऋषिकेश। भारत में इजराइल के दूतावास मिशन की उप प्रमुख रोनी येडिडिया ने रविवार को परमार्थ निकेतन पहुंचकर स्वामी चिदानंद से मुलाकात की। दोनों के बीच ग्लोबल इंटरफेथ वॉश एलायंस परमार्थ निकेतन और अरवा पर्यावरण अध्ययन संस्थान इजराइल के साझा प्रयासों से शिक्षा प्रोग्रामिंग और जल संरक्षण का एक सहकारी कार्यक्रम शुरू करने पर चर्चा हुई। स्वामी चिदानन्द सरस्वती ने कहा कि प्लास्टिक सस्ता और सुविधाजनक हो सकता है, लेकिन यह हमारे जीवन और पर्यावरण के लिये घातक है। उसे विघटित होने में सैकड़ों साल लग जाते हैं।
यह एक गंभीर समस्या है, आंकड़ों के अनुसार, भारत में प्रत्येक वर्ष उत्पादित 9.46 मिलियन टन प्लास्टिक कचरे में से 43 प्रतिशत सिंगल यूज प्लास्टिक है। जो प्राकृतिक संसाधनों पर असर डाल रहा है। इसके कारण प्राकृतिक संसाधन घट रहे हैं, प्रदूषण बढ़ रहा है और पहाड़ों से पलायन हो रहा हैं। ग्लोबल इंटरफेथ वॉश एलायंस परमार्थ निकेतन ऋषिकेश और अरवा पर्यावरण अध्ययन संस्थान इजराइल के साझा प्रयासों से शिक्षा प्रोग्रामिंग और जल संरक्षण का एक सहकारी कार्यक्रम शुरू करने की योजना बनायी जा रही है। इस मौके पर विश्व ग्लोब पर वाटर सेरेमनी कर पर्यावरण संरक्षण का संकल्प लिया। मौके पर ज्योफ येडिडिया, नीरज भगत गहलावत आदि उपस्थित रहे।