कानपुर, 20 जून (आरएनएस)। नई सडक़ हिंसा के मुख्य आरोपित समेत आठ उपद्रवियों को सुरक्षा कारणों से दूसरे जिले की जेलों में शिफ्ट किया गया है। इसमें एक पीएफआई सदस्य भी शामिल है। कोर्ट में पेशी पर सभी आरोपित अलग-अलग जेलों से आएंगे। पुलिस सूत्रों के मुताबिक,सभी आरोपितों को दूसरी जेल भेजने का आदेश शासन से 16 जून को आया था। इसके बाद गार्द लगाकर सभी को यहां से ट्रांसफर किया गया है।
नई सडक़ हिंसा में पुलिस ने हयात जफर हाशमी को मुख्य आरोपित बनाया है,वहीं जावेद अहमद खां,मोहम्मद सुफियान और मोहम्मद राहिल सह अभियुक्त की भूमिका में हैं। सुरक्षा कारणों से हयात जफर हाशमी को चित्रकूट, मोहम्मद राहिल को पीलीभीत, मोहम्मद सुफियान को सोनभद्र, जावेद अहमद खां को बस्ती जेल ट्रांसफर किया गया है।
पीएफआई एजेंट की भी बदली जेल
पुलिस ने मामले में पीएफआई एजेंट मोहम्मद उमर को भी गिरफ्तार किया था। उसे खीरी जेल ट्रांसफर किया गया है। इसके अलावा मोहम्मद फैसल को सुल्तानपुर और पूर्व सपा नेता निजाम कुरैशी देवरिया औऱ सऊद कालिया को कासगंज जेल ट्रांसफर किया गया है।
जेल अधीक्षक आरके जायसवाल ने बताया कि आठ बंदियों को सुरक्षा के लिहाज से यहां से दूसरे जिलों की जेलों में ट्रांसफर किया गया है। इसमें से छह बंदी शनिवार और दो बंदी रविवार को भेजे जा चुके हैं। शासनादेश के बाद बंदियों की ट्रांसफर प्रक्रिया की गई है।
सूत्रों के मुताबिक,आठ उपद्रवियों को दूसरी जेल भेजने का आदेश शासन ने इंटेलिजेंस रिपोर्ट पर लिया। खुफिया इकाई ने अपनी रिपोर्ट में शासन को इसकी जानकारी दी थी कि सभी एक जेल में बंद हैं। इससे सुरक्षा संबंधी खतरा ज्यादा बढ़ गया है। इसी रिपोर्ट को आधार बनाते हुए शासन की तरफ से दूसरी जेलों में शिफ्ट करने का आदेश दिया।