चंडीगढ़। हरियाणा कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष उदयभान ने भाजपा में शामिल होने जा रहे कुलदीप बिश्नोई पर जुबानी हमला बोला है। उदयभान ने कहा कि कुलदीप ने राजनीतिक स्वार्थ, अपरिपक्तवता, आयकर-ईडी की कार्रवाई और दलित विरोधी मानसिकता के चलते कांग्रेस छोड़ने का फैसला लिया है। इस फैसले में दूर-दूर तक जनता, जनहित और विचारधारा नजर नहीं आती।
बिश्नोई को आश्रय देने वाली भाजपा के लिए भी यह कदम घातक सिद्ध होगा। आदमपुर में समाज वोट की चोट से बिश्नोई व भाजपा को जवाब देगा। दोनों के बीच संगम अंदरखाने बहुत पहले हो चुका था। अब स्पष्ट हो गया है कि 2019 विधानसभा चुनाव में बिश्नोई पर भाजपा की मदद करने के आरोप सत्य हैं। उन्होंने जानबूझकर अपने कोटे से ऐसे उम्मीदवारों को टिकट दिलवाई थी, जिनकी हार सुनिश्चित थी।
विधानसभा में लगातार गैरहाजिरी, जनता के तमाम मुद्दों पर उनकी चुप्पी और आदमपुर हलके में उनकी निष्क्रियता बार-बार इस बात की तस्दीक करती रही कि बिश्नोई भाजपा के हाथों में खेल रहे हैं। राज्यसभा चुनाव में तो उन्होंने खुद ही इस बात का एलान कर दिया।
बिश्नोई कांग्रेस के भीतर रहकर लगातार उसे कमजोर करने की कोशिशों में लगे हुए थे। पार्टी के भीतर रहकर उसे खोखला करने वाले लोग अगर बाहर जाते हैं, तो इससे संगठन को नुकसान होने के बजाय मजबूती मिलेगी। बिश्नोई के लिए पार्टी छोड़ना, पाला बदलना और अपने बयानों से पलटी मारना कोई नई बात नहीं है।
अपनी इसी राजनीतिक अपरिपक्वता और पार्ट टाइम राजनीति के चलते उन्होंने चौधरी भजनलाल की बड़ी राजनीतिक विरासत को एक विधानसभा हलके तक समेट दिया। आने वाले समय में आदमपुर हलके से भी बिश्नोई की हार तय है। उन्हें हराने के लिए भूपेंद्र सिंह हुड्डा को चुनाव लड़ने की जरूरत नहीं है, कांग्रेस का छोटा सा कार्यकर्ता भी उन्हें पटकनी देने में सक्षम है।