मुरार सिंह कण्डारी
महाराष्ट्र आर्थिक सलाहकार परिषद की रिपोर्ट राज्य के प्रगति की कुंजी होगी. इससे महाराष्ट्र की अर्थव्यवस्था लंबी छलांग लगाएगी, यह विश्वास मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने व्यक्त किया. सलाहकार परिषद की सिफारिशों की रिपोर्ट अध्यक्ष एन. चन्द्रशेखरन ने आज मुख्यमंत्री श्री. शिंदे , उपमुख्यमंत्री एवं वित्त मंत्री देवेंद्र फड़णवीस की उपस्थिति में प्रस्तुत की. इस रिपोर्ट की सिफारिशों के क्रियान्वयन के लिए कृति प्रारूप (अॅक्शन प्लॅन) तैयार करने के लिए ‘मित्रा’ संस्था समेत ‘फास्ट-ट्रैक ‘ समिति’ काम करेगी, इस बात की घोषणा श्री. शिंदे ने की।
उपमुख्यमंत्री एवं वित्त मंत्री श्री. फड़णवीस ने इस रिपोर्ट का स्वागत किया. उन्होंने कहा कि इस रिपोर्ट की सिफारिशों की वजह से महाराष्ट्र अब निस्संदेह वन ट्रिलियन अर्थव्यवस्था बनने की दिशा की ओर आगे बढेगा. सह्याद्री राज्य अतिथिगृह में महाराष्ट्र आर्थिक सलाहकार परिषद की ओर से प्रस्तुतिकरण किया गया. साथ ही यह रिपोर्ट मुख्यमंत्री श्री. शिंदे, उपमुख्यमंत्री श्री. फडणवीस की ओर सौपी गई. राज्य के मुख्य सचिव मनोज सौनिक, परिषद के सदस्य संजीव मेहता, विक्रम लिमये, श्रीकांत बडवे, अजित रानडे, दिलीप संघवी, श्रीमती काकू नखाते, अनिष शाह, बी. के. गोयंका, विलास शिंदे, श्रीमती झिया मोदी, प्रसन्न देशपांडे, संजीव कृष्णन, एस. एन. सुब्रह्मण्यम, ‘मित्रा’ के मुख्य कार्यकारी अधिकारी प्रवीण परदेशी, राजस्व विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव राजगोपाल देवरा, वित्त विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव ओ. पी. गुप्ता, नियोजन विभाग के प्रधान सचिव सौरभ विजय, उद्योग विभाग के प्रधान सचिव हर्षदीप कांबळे आदि उपस्थित थे. परिषद के सदस्य अमित चंद्रा, विशाल महादेविया आभासी पटल के द्वारा इस में शामिल हुए थे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश की ‘फाईव्ह ट्रीलियन डॉलर्स’ अर्थव्यवस्था का सपना देखा है। इसमें महाराष्ट्र ने अपना योगदान देने के लिए इस आर्थिक परिषद की स्थापना की. परिषद ने कम समय में रिपोर्ट प्रस्तुत करने पर मुख्यमंत्री श्री शिंदे और उपमुख्यमंत्री श्री. फड़णवीस ने की उनकी सराहना की।
मुख्यमंत्री शिंदे ने कहा कि परिषद ने बहुत ही महत्वपूर्ण ऐसी सिफारिशे की है,इन सिफारिशों के क्रियानव्यन के लिए हमारा पुरा प्रयास रहेगा।यह एक सर्वसमावेशी रिपोर्ट है,जिसमें मॅन्युफॅक्चरिंग, आयटी जैसे सेवा क्षेत्र, रियल इस्टेट, पर्यटन, स्वास्थ्य सुविधा, कृषि और कौशल विकास इन क्षेत्रो को लेकर भी सिफारिशों का समावेश है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सलाहकार परिषद ने राज्य में उद्योग के लिए भूमि की उपलब्धता के संबंध में भी अच्छा अवलोकन दर्ज किया है।हिंदूहृदयसम्राट बाळासाहेब ठाकरे महाराष्ट्र समृद्धि महामार्ग, सोलर पार्क जैसी परियोजनाएं विकास का प्रादेशिक संतुलन को बनाए रखने में सहायक होगी, यह विश्वास उन्होने इस अवसर पर व्यक्त किया।
उन्होने कहा कि हमने किसानों और कृषि क्षेत्र के हित में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए हैं. नमो किसान सम्मान योजना, पीक बीमा योजना यह उनमें से ही हैं। परिषद की अॅग्रो इनोवेशन हब की सिफारिशो को प्रत्यक्ष रूप में लागू करने के लिए प्राथमिकता दी जाएगी।इस क्षेत्र में मूल्य संवर्धन (व्हॅल्यु अँडिशन) के भी प्रयास किये जाएंगे. परिषद द्वारा सुझाई गई ‘ महाराष्ट्र एआय हब ‘ की संकल्पना भी अच्छी है। इसके लिए ही हमने आयटी पॉलिसी को भी अद्ययावत किया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस क्षेत्र में अनुसंधान क्षेत्र के लिए भूमि उपलब्ध कराने का भी हमारा प्रयास रहेगा. महाराष्ट्र में पर्यटन के क्षेत्र में असीमित संभावनाएँ हैं. परिषद ने भी इस क्षमता को पहचाना है. इस पर समाधान है. इसलिए पर्यटन क्षेत्र को तीन गुना वृद्धि हो सके इसके लिए हर संभव प्रयास करेंगे. परिषद ने ईज-ऑफ-डूइंग ‘ के संबंध में की गई सुचना भी महत्वपूर्ण होने की बात मुख्यमंत्री ने इस दौरान स्पष्ट किया इस अवसर पर पिछले सालभर में ईंधन पर जीएसटी टैक्स में कमी, रेडी रेकनर की दरों को स्थिर रखना, निर्माणकार्य क्षेत्र को प्रोत्साहित मिल सके ऐसी नीति लागू करना, पुराने लागू नहीं है ऐसे कानूनों को रद्द करना, राज्य के नागरिकों को स्वास्थ्य बीमा प्रदान करने जैसे महत्वपूर्ण कदम उठाए जाने की जानकारी शिंदे ने इस अवसर पर दी, उन्होने बताया कि हाल ही में प्रधानमंत्री कार्यालय ने आर्थिक सलाहकार परिषद के अध्यक्ष बिबेक डेबरॉय के साथ चर्चा की थी।इस चर्चा में केंद्र और राज्य दोनों सलाहकार परिषदों के बीच समन्वय बनाए रखने पर जोर दिया जाएगा.
उपमुख्यमंत्री फड़णवीस ने आर्थिक सलाहकार परिषद की स्थापना और इसकी प्रगति पर समाधान व्यक्त किया. मंत्रालय के बाहर अपने जीडीपी ग्रोथ की जानकारी देनेवाली घडी (जीडीपी वैल्यू क्लॉक) लगाई जाएगी।
फडणवीस ने कहा कि भारत यह दुनिया का दूसरी क्रमांक का सबसे बडा आर्थिक शक्ति बनेगा, यह दावा कई प्रसिद्ध अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं ने किया है। इसलिए पूरी दुनिया की नजर भारत की ओर है. विश्व भारत की ओर आकर्षित हो रहा है।ऐसे में महाराष्ट्र का योगदान अहम साबित होगा।उसी दृष्टी से आर्थिक सलाहकार परिषद की रिपोर्ट और उसकी सिफारिशें उपयोगी साबित होगी. इसी से हम निस्संदेह एक ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था की ओर कदम बढ़ाएंगे और उसके लिए यह एक “क्लिअर रोड मॅप” के रूप साबित होगा, इस बात पर पुरा भरोसा होने की बात उन्होने कही।
उन्होने आगे कहा कि परिषद की सिफारिशों के अनुसार विभिन्न क्षेत्रों के लिए नीतियां रहेगी, इसके लिए प्रयास किया जाएगा. विशेष रूप से उद्योग, सेवा और कृषि क्षेत्रों के सतत विकास पर विचार किया जाएगा। ई-व्हेईकल्स, ग्रीन हायड्रोजन समेत एआय, ब्लॉकचेन, फिनटेक इन क्षेत्रो के अवसर पर भी उपलब्ध हो सकेंगे, इसके लिए भी प्रयास किए जाएंगे. महाराष्ट्र में विभिन्न क्षेत्रों में असीमित अवसर हैं. पर्यटन क्षेत्र पर भी प्राथमिकता से विचार किया जाएगा. किसानों के सतत विकास और हमारी मिट्टी के स्वास्थ्य की सुरक्षा पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा. परिषद द्वारा की गई सिफारिशों को लागू करने के लिए हमारी संस्था ‘मित्रा’ महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।