नई दिल्ली। पीएम नरेंद्र मोदी को तीसरी बार प्रधानमंत्री बनाने के दावे के साथ एनडीए एकजुट हो चुका है। शनिवार को राष्ट्रीय लोकदल ने भी आधिकारिक रूप से एनडीए में शामिल होने का ऐलान कर दिया है। बीजेपी ने यूपी की सभी 80 की 80 लोकसभा सीट जीतने लक्ष्य रखा है। इसी क्रम में बीजेपी ने शनिवार को देशभर 195 लोकसभा सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है, जिसमें यूपी की 51 सीटें ही शामिल हैं। बाकी बची 29 सीट में से 24 सीट पर बीजेपी अपने उम्मीदवार उतारेगी। बाकी की 5 सीटों पर उसकी सहयोगी पार्टियां चुनाव लड़ेंगी। जिन सीटों पर बीजेपी ने प्रत्याशियों की घोषणा नहीं की है, माना जा रहा है कि उन सीटों पर मौजूदा हारे-जीते कैंडिडेटों के टिकट पर तलवार लटक रही है। इनमें कैसरगंज, पीलीभीत, बदायूं, सुल्तानपुर और प्रयागराज समेत कई अहम सीटें शामिल हैं।
दावेदारों में टेंशन
दरअसल बीजेपी ने निषाद पार्टी के अध्यक्ष और कैबिनेट मंत्री संजय निषाद के बेटे प्रवीण निषाद को अपने सिंबल पर चुनाव लड़ाने का ऐलान किया है। प्रवीण कुमार निषाद को बीजेपी ने संतकबीरनगर से टिकट दिया है। ऐसे में अब बीजेपी RLD को दो, अपना दल (एस) को दो और सुभासपा के लिए एक सीट समेत कुल 5 सीटें छोड़ने के मूड में है। मिशन 80 के लक्ष्य को साकार करने के लिए कोई रिस्क नहीं लेना चाहती है इसलिए बीजेपी यूपी की 75 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगी। यूपी की 80 लोकसभा सीटों में से वाराणसी, लखनऊ समेत कुल 51 सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा कर दी गई है। बाकी बची 24 सीट पर बीजेपी जल्द बड़ी घोषणा कर सकती है।
बीजेपी ने हारी हुई सीटों पर नए चेहरों पर दांव
साल 2019 लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने 62 सीटों पर जीत दर्ज की थी जबकि बसपा ने 10 और सपा ने 5 और कांग्रेस को एक सीट मिली थी। इस चुनाव में बीजेपी को 16 सीटों पर हार का सामना करना पड़ा था, जिसमें आजमगढ़, रामपुर, बिजनौर, अमरोहा, मुरादाबाद, संभल, रायबरेली, घोसी, लालगंज, जौनपुर, अंबेडकर नगर, गाजीपुर, श्रावस्ती, मैनपुरी, सहारनपुर और नगीना सीट शामिल थी। हालांकि बाद में हुए उपचुनाव में बीजेपी ने आजमगढ़ और रामपुर सीट जीत दर्ज कर ली थी। बाकी बची 29 सीट में कुछ ऐसी सीट भी शामिल हैं जिन्हें बीजेपी 2019 लोकसभा चुनाव में हार गई थी।