रीवा l जून, 2020 में चीनी सैनिकों के साथ मुठभेड़ में अपनी जान गंवाने वाले शहीद दीपक सिंह की पत्नी रेखा देवी जल्द ही भारतीय सेना में शामिल होंगी। रेखा देवी ने पर्सनैलिटी और इंटेलिजेंस टेस्ट क्लीयर कर लिया है और उन्हें ट्रेनिंग के लिए चेन्नई स्थित ऑफिसर्स ट्रेनिंग एकेडमी में भेजा जाएगा। 23 साल की रेखा देवी की नौ महीने तक ट्रेनिंग होगी। इसमें बाद उन्हें सेना में कमीशन दिया जाएगा।
लद्दाख की गलवान घाटी में चीनी सैनिकों के साथ हिंसक झड़प में भारतीय सेना के एक कर्नल सहित 20 सैनिक शहीद हुए थे। इनमें दीपक सिंह भी शामिल थे। शहीद दीपक को नवंबर, 2021 में मरणोपरांत वीर चक्र से सम्मानित किया गया था।
15 जुलाई, 1989 को रीवा जिले के फारंदा गांव में पैदा हुए दीपक सिंह साल 2012 में भारतीय सेना के बिहार रेजिमेंट में चिकित्सा कोर में भर्ती हुए थे। जनवरी, 2020 में उनकी पदस्थापना लद्दाख में हुई थी, लेकिन करीब पांच महीने बाद ही मुठभेड़ में उनकी जान चली गई थी।
मौत से 8 महीने पहले हुई थी शादी
मृत्यु से करीब आठ महीने पहले ही दीपक की शादी हुई थी। इसके बाद केवल एक बार ही पत्नी से उनकी मुलाकात हो पाई थी, जब वे होली की छुट्टियों में गांव आए थे। उन्होंने पत्नी से कश्मीरी शॉल और गहने लाने का वादा किया था। मौत से करीब 15 दिन पहले उनकी परिवार के लोगों से फोन पर बात हुई थी। तब उन्होंने जल्दी घर आने का वादा किया था।
भाई की प्रेरणा से सेना में गए थे
शहीद दीपक सिंह के पिता गजराज सिंह किसान हैं जबकि बड़े भाई प्रकाश सिंह भी सेना में हैं। दीपक अपने भाई से प्रेरित होकर ही सेना में शामिल हुए थे। अपने स्कूल के दिनों में ही उन्होंने इसे अपना लक्ष्य बना लिया था। छोटी उम्र से ही सेना में प्रवेश की प्रक्रिया के बारे में जानकारी लेकर वे इसकी तैयारी में जुट गए थे।