नई दिल्ली: देश में कई तरह के सुधारों को जमीन पर उतारने का दावा करने वाली नरेंद्र मोदी सरकार अब सैनिकों की भर्ती का तौर-तरीका बदलने जा रही है। मोदी सरकार सेना में भर्ती के लिए ‘अग्निपथ प्रवेश योजना’ लाने वाली है जिसके जरिए सेवा में आए सैनिकों को ‘अग्निवीर’ कहा जाएगा। अग्निपथ प्रवेश योजना से सेना में शामिल हुए अग्निवीरों में टॉप माइंड्स की सेवा बढ़ा दी जाएगी। बाकी के सैनिक मात्र तीन वर्ष की नौकरी के बाद सेना से हट जाएंगे और वो सिविल सेक्टर की नौकरियों के लिए किस्मत आजमा सकेंगे। इस अग्निपथ योजना से सैन्य बजट का बड़ा हिस्सा हथियार प्रणाली के आधुनिकीकरण पर खर्च हो पाएगा तो दूसरी तरफ देशसेवा को उत्सुक युवाओं को अपना सपना पूरा करने का भी मौका मिलेगा।
तीन वर्षों के लिए होगा अग्निवीरों का चयन?
यह अनूठी अवधारणा दो साल पहले कोविड-19 महामारी आने के कारण सेना में भर्तियां रुकने के कारण सामने आई। कहा जा रहा है कि अब सरकार तीन वर्ष के लिए अग्निवीरों का चयन करेगी। इस दौरान उन्हें अलग-अलग क्षेत्रों की कठिन चुनौतियों से गुजारा जाएगा। इनमें उग्रवाद विरोधी अभियान, खुफिया सूचनाएं जुटाना और सूचना प्रौद्योगिकी (IT) से जुड़ी ट्रेनिंग शामिल होंगी।
तीनों सेनाओं में सवा लाख से ज्यादा पद रिक्त
ध्यान रहे कि कोविड के कारण सैन्य भर्तियों का काम बिल्कुल ठप पड़ गया था जिससे सेना में जवानों की संख्या में भारी कमी हो गई है। भारत की थल सेना (Indian Army), जल सेना (Indian Navy) और वायु सेना (Indian Air Force) के आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक सेना के तीनों अंगों में अभी 1,25,364 रिक्तियां हैं।
रक्षा मंत्रालय में हुई विस्तृत चर्चा
पता चला है कि रक्षा मंत्रालय की इस सप्ताह हुई ब्रीफिंग में अग्निपथ प्रवेश योजना की चर्चा हुई। आर्मी चीफ जनरल एमएम नरवणे ने 2020 में इस योजना का प्रस्ताव रखा था, लेकिन शीर्ष नेतृत्व के स्तर पर इसे हाल के महीनों में ही गंभीरता से लिया जाने लगा। हालांकि, योजना किस रूप में आएगी और कैसे काम करेगी, इस पर विस्तार से जानकारी सामने आना बाकी है। लेकिन इतना निश्चित है कि अब स्थायी सेवा की जगह छोटी अवधि के कार्यकाल के लिए ही सैनिकों की भर्तियां की जाएंगी।
कॉर्पोरेट वर्ल्ड में होगी सेवामुक्त अग्निवीरों की पूछ
माना जा रहा है कि तीन साल की सेवा के बाद ज्यादातर सैनिकों को सेवामुक्त कर दिया जाएगा, लेकिन आगे नौकरियां पाने में उन्हें सेना से मदद मिलेगी। इसका सबसे बड़ा विकल्प कंपनियां मुहैया कराएंगी। देश की कॉर्पोरेट वर्ल्ड सेवामुक्त अग्निवीरों को नौकरियां देंगी क्योंकि वो काफी अनुशासित, कड़ी ट्रेनिंग प्राप्त और उच्च नैतिकता से लबालब होंगे।