रूस और यूक्रेन में जारी संघर्ष के बीच सोशल मीडिया पर ऐसे कई वीडियो वायरल हो रहे हैं, जिनमें कुछ रूसी वाहन दिख रहे हैं. इन वाहनों पर ‘Z’ (Russian Vehicles Z Sign) साइन बना हुआ दिखाई दिया. ये एक ऐसा साइन है, जिसका मतलब विशेषज्ञ भी नहीं समझ पा रहे. इस खबर में हमने भी ऐसे ही ट्विटर पर पोस्ट किए गए एक वीडियो को शेयर किया है, जिसमें सफेद रंग के पेंट से बना ‘Z’ दिख रहा है. ना केवल आम नागरिक बल्कि खुफिया विशेषज्ञों का ध्यान भी इस तरफ गया है.
कॉन्फ्लिक्ट इंटेलिजेंस टीम के प्रमुख रुसलान लेविएव ने ट्विटर पर कहा, ‘बहुत से लोगों ने हमसे ‘जोरो स्क्वायड’ के बारे में पूछा, लेकिन मुझे नहीं पता कि उन्होंने वाहनों पर इतने बड़े आकार के Z क्यों पेंट किए हैं.’ याहू ने अपनी रिपोर्ट में अल जजीरा के हवाले से लिखा है, ‘कॉन्फ्लिक्ट इंटेलिजेंस टीम एक स्वतंत्र रूसी जांच संगठन है.’ लेविएव ने कहा, ‘कुछ लोगों का ऐसा मानना है कि ये साइन उनके खुद के वाहन के लिए है, ताकि वो अपने वाहन पर बम ना गिराएं. लेकिन वो रोजाना वाहनों की मूवमेंट देख रहे हैं और यह Z बेहद ही दुर्लभ है.’
The "Z"s could be as simple as NCOs telling vehicle crews to mark their vehicles after completed ready checks. This is why you have no system or standardization at all.
The truck with the massive Z is "that guy" and also the reason why there was a smaller Z painted on the door. pic.twitter.com/roocnO7A3y
— Oliver Alexander (@OAlexanderDK) February 20, 2022
पहचान के लिए हो सकता है इस्तेमाल
इस बीच लेविएव ने एक सवाल भी किया कि अगर रूस ने Z साइन इसलिए बनाए हैं, ताकि उसे खुद के वाहनों की ठीक से पहचान हो सके और वो उनपर बम ना गिराए, तो फिर सभी वाहनों पर इस साइन को क्यों नहीं बनाया गया है? बेलिंगकैट (शोधकर्ताओं, जांचकर्ताओं और नागरिक पत्रकारों का एक स्वतंत्र समूह) में ट्रेनिंग और रिसर्च डायरेक्टर के तौर पर काम करने वाले एरिक टोलर ने लेविएव के ट्वीट को रीट्वीट करते हुए कहा कि ‘Z’ ब्रांडिंग अभी ही दिखाई देने लगी है. उन्होंने कहा कि लेविएव आठ साल से इस तरह की चीजों की निगरानी कर रहे हैं. उनका कहना है, ‘तो, मानो सबसे बुरा, मुझे लगता है/डर.’
विश्लेषक ने बताई एक और थ्योरी
विश्लेषक ओलिवर अलेक्जेंडर ने एक और थ्योरी पेश की और कहा कि ‘Z’ सिर्फ लॉजिस्टिक के लिए हो सकता है. उन्होंने ट्विटर पर लिखा, ”Z’ एनसीओ (गैर-कमीशन अधिकारी) जितना सरल हो सकता है, जो क्रू मेंबर्स को उनके वाहन की पूरी तरह जांच होने के बाद बनाने के लिए कहा जाता है. यही कारण है कि आपके पास कोई सिस्टम या स्टैंडरडाइजेशन नहीं है.’ उन्होंने अन्य ट्वीट्स में बताया कि Z इसलिए बनाया गया है, ताकि पहचान हो सके कि कैंप्स से लामबंदी के दौरान कौन से वाहन यूक्रेन में किसी विशिष्ट हमले के लिए जा रहे हैं.