फिरोजाबाद: फिरोजाबाद में शहर के नालों का शोधित जल यमुना नदी में बहता है, जिससे यमुना का पानी साफ नहीं हो रहा है. लेकिन अब फिरोजाबाद में नए ट्रीटमेंट प्लांट की स्थापना की जा रही है. जिससे नालों में बहने वाले पानी का इस्तेमाल खेतों की सिंचाई के लिए किया जाएगा. इसके लिए सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट स्थापित किया गया है. जिसके जरिए शहर से आने वाले नालों का शोधित जल यमुना में नहीं बहेगा और प्लांट के जरिए इसे किसानों को खेती की सिंचाई के लिए दिया जाएगा. वही इससे यमुना नदी का जल भी साफ होगा.
फिरोजाबाद जल निगम के अधिकारी रामबाबू राजपूत ने बताया कि शहर में सीवरेज व्यवस्था में सुधार के लिए लगातार प्रयास किया जा रहा है. इसी के चलते शहर के सोफीपुर गांव में एक सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट स्थापित किया गया है, जिसकी क्षमता 67 एमएलडी की है. इसके साथ पूरे शहर में 156.79 किलोमीटर सीवर लाइन बिछाई गई है.
उन्होंने कहा कि नमामि गंगे योजना के तहत आगरा की कार्यकारी संस्था यमुना प्रदूषण नियंत्रण इकाई द्वारा शहर के दो प्रमुख रहना व मालवीय नगर के दोनों नालों को टेप किया गया है. जल निगम द्वारा प्रतिदिन एसटीपी पर शोधित 55 से 60 एमएलडी पानी यमुना में छोड़ा जा रहा है. शासन की प्राथमिकता पर जल निगम द्वारा एसटीपी पर शोधित पानी को दोबारा प्रयोग करने की योजना बनाई गई है.
एक दर्जन से ज्यादा गांव के किसानों को मिलेगा पानी
जल निगम के अधिकारी ने बताया कि सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट के द्वारा शोधित जल को रोका जा रहा है और नालों का शोधित जल यमुना में ना जाकर अब किसानों की खेती के लिए प्रयोग किया जाएगा. इसके लिए भी योजना तैयार की गई है और एक दर्जन से ज्यादा यमुना किनारे बसे गांव में किसानों को खेती के लिए पानी दिया जाएगा. जिससे खेतों में खड़ी फसलें लहलहाएंगी.