देहरादून। पटवारी भर्ती परीक्षा (Patwari Recruitment Exam) के पेपर लीक (Paper Leak`) मामले में पकड़े गए नकल माफिया ने हरिद्वार के ग्रामीण इलाकों के साथ ही देहरादून और पौड़ी समेत कई जिलों में अपना जाल बिछाया था। इस गिरोह से जुड़े लोग अपने मोबाइल फोन में पेपर में आने वाले सवाल लेकर घूमते थे और सौ फीसदी पास होने का लालच भी देते थे।
एसटीएफ को जानकारी मिली है कि नकल माफिया गांव-गांव मोबाइल फोन में पेपर में आने वाले सवालों को लेकर जाते थे और युवाओं को भर्ती परीक्षा में पास कराने का सब्जबाग दिखाते थे। सौदा पक्का होने के बाद अभ्यर्थियों को अपने ठिकाने पर बुलाकर प्लानिंग के साथ सवालों के जवाब रटवाते थे। एसटीएफ को गिरफ्तार आरोपियों से ऐसे तमाम कागज मिले हैं जिन पर भर्ती परीक्षा में आने वाले पेपर के सवाल हाथ से लिखे गए थे।
रितु चलाती थी नेटवर्क : नकल का पूरा नेटवर्क आरोपी अनुभाग अधिकारी चतुर्वेदी की पत्नी रितु चलाती थी। सेठपुर, लक्सर का रामकुमार, गैंग के सदस्यों को युवाओं से मिलवाता था। राजपाल एक कॉलेज में गेस्ट टीचर था,जो आसानी से युवाओं को समझा लेता था। एसटीएफ को आरोपी संजीव चतुर्वेदी से 22.5 लाख, राजपाल से 10 लाख, संजीव कुमार से आठ लाख और रामकुमार से एक लाख रुपये मिले। इनके सबके मोबाइल में पेपर के सवालों की फोटो भी थी।
भर्ती परीक्षा में 87 में से 35 सवाल आए
सूत्रों के मुताबिक, एक अभ्यर्थी के मोबाइल से एसटीएफ को 87 प्रश्न मिले, जिन में से 35 सवाल भर्ती परीक्षा में आए। उधर, बताया जा रहा कि आरोपी संजीव पूरे पेपर बैंक की ही फोटो खींच लाया था। यही नहीं, जो युवा नकद पैसे देने में मजबूरी बताते तो उनसे चेक ले लिए जाते थे। उनके दस्तावेज भी ले लिए जाते थे कि आगे उनकी उपस्थिति रख दी गई है।
साथ ही रुड़की के एक कोचिंग क्लास का मालिक भी एसटीएफ की गिरफ्त में आया है। इस कोचिंग में भी युवाओं को नकल का पाठ पढ़ाया जाता कि किस तरह से पेपर उपलब्ध कराया जाएगा और आगे करना क्या होगा? एसटीएफ को कई अभ्यर्थियों के दस्तावेज और चेक भी मिले। पांच गिरफ्तारियों के बाद अब तक 41.5 लाख रुपये बरामद हो चुके हैं।
देहरादून-पौड़ी के अभ्यर्थी भी पहुंचे थे पेपर लेने
एसटीएफ की जांच में सामने आया है कि नकल केवल हरिद्वार के अभ्यर्थियों ने ही नहीं की बल्कि देहरादून और पौड़ी के अभ्यर्थियों ने भी की। अब तक कुल 35 अभ्यर्थियों को चिह्नित किया जा चुका है। यह संख्या अभी और बढ़ सकती है। लोक सेवा आयोग के निलंबित अनुभाग अधिकारी संजीव चतुर्वेदी की पत्नी रितु ने अपने साथी राजकुमार के साथ मिलकर, उन अभ्यर्थियों को ट्रेनिंग कराई थी,जिन्होंने उनसे सौदा किया था। ऐसे अभ्यर्थियों को यूपी के बिहारीगढ़ और लक्सर में ट्रेनिंग कराई गई। इनमें हरिद्वार ही नहीं बल्कि देहरादून व पौड़ी के अभ्यर्थी भी शामिल थे। यह ट्रेनिंग छह जनवरी को कराए जाने की बात सामने आ रही है।