आचार्य चाणक्य की नीति भले ही कठोर क्यों न हो लेकिन, उनमें जीवन की सच्चाईयां छिपी हुई हैं। उनकी वचन और नीतियां आज के समय में भी मनुष्य के मुश्किल समय में काफी मदद करती हैं। चाणक्य ने अपनी नीतियों में बुजुर्गों. बड़ों, बच्चों आदि सभी के लिए कोई न कोई सीख दी है। आज हम आपको उनके द्वारा माता पिता के लिए बताई गई सीख के बारे में बताने जा रहे हैं।
चाणक्य ने अपनी नीति में बताया है की बच्चों के सामने हर एक इंसान को बहुत सोच समझकर बात करनी चाहिए। क्योंकि, बच्चे छोटे पौधे के समान कोमल होते हैं। आप उन्हें जैसा ढालेंगे वह वैसे ही हो जाएंगे। आचार्य चाणक्य ने बताया है की माता पिता को अपने बच्चों के सामने आखिर किन 3 बातों का ध्यान रखना चाहिए।
आदर सम्मान का रखे ख्याल
चाणक्य नीति के अनुसार, माता पिता को बच्चों के सामने एक दूसरे से बातचीत करते हुए। एक दूसरे से ही नहीं बल्कि, दूसरों के बात करते हुए भी आदर सम्मान का ध्यान रखना चाहिए। अगर आप बच्चों के सामने बदतमीजी से बात करते हैं तो इसका असर बच्चों के दिमाग पर पड़ सकता है।
बच्चों के सामने इस बात का जरूर रखें ख्याल
चाणक्य ने बताया है की माता पिता को अपने बच्चों के सामने दिखावा या झूठ नहीं बोलना चाहिए। अगर आप उनके सामने दिखावा और झूठ बोलेंगे या फिर उन्हें अपने झूठ में शामिल करेंगे तो उनकी नजरों में आपका सम्मान कम हो जाएगा। हो सकता है कि आगे चलकर वह आपसे ही झूठ बोलने लगें। इसलिए उन्हें इस सबसे दूर रखना चाहिए।
बच्चों के सामने न करें किसी का अपमान
अधिकरत ऐसा होता है की बच्चों के सामने माता पिता एक दूसरे से लड़ने लगते हैं और दूसरों की कमियां निकालते हैं। ऐसा करने से माता पिता अपने बच्चों की नजरों में अपना सम्मान खो देते हैं। इन सबके कारण कई बार ऐसा होता है की बच्चे भी आपका अपमान करने से नहीं चूकते और आपको बुरा भला सुना देते हैं। इसलिए ऐसा करने से बचना चाहिए।