नई दिल्ली l दिल्ली सरकार गरीब, बेसहारा, वृद्धि, विधवा, अपाहिज व्यक्तियों को पेंशन देती है। इसके लिए सरकार के दो अलग-अलग विभाग हैं। समाज कल्याण विभाग वृद्धि और अपाहिज व्यक्तियों को पेंशन देता है और महिला बाल विकास विभाग विधवा और निराश्रित महिलाओं को पेंशन, आर्थिक सहायता देता है। सामाजिक कार्यकर्ता हरपाल सिंह राणा बताते हैं कि समाज कल्याण विभाग के द्वारा पिछले 4 वर्षों से नई वृद्धावस्था पेंशन के आवेदन रिक्तियां नहीं होने के कारण से नहीं लिए जा रहे हैं और बजट ना होने के कारण से कई महीनों से अपाहिज एवं वृद्ध व्यक्तियों की मासिक पेंशन भी नहीं दी जा रही है।
इसके विपरीत दूसरी तरफ मृतक व्यक्तियों की पेंशन वर्षों से बंद नहीं की जा रही। परिवारजनों के द्वारा कार्यालयों के चक्कर लगाने के बावजूद एक लाख से अधिक की धनराशि बैंक में आ चुके हैं l राणा बताते हैं कि आज़ादपुर निवासी स्वर्गीय प्रभु सिंह का देहांत दिनांक 14 दिसंबर 2017 को हो गया था। पेंशन बंद कराने के लिए परिवार के व्यक्ति कार्यालयों के चक्कर लगा रहे थे। लेकिन पेंशन बंद करने के लिए कार्यालय में बैंक से लिखवाकर लाओ आदि अनेकों सबूत मांगे जा रहे थे। जिसके बाद परिवार के सदस्य जन सचिवालय कादीपुर आए और पेंशन बंद करवाने के लिए आग्रह किया। इसके लिए मैंने 21 मार्च 2018 को दिल्ली सरकार की शिकायत प्रणाली पर पत्र लिखा जिसके जवाब में 27 मार्च 2018 को ही शिकायत प्रणाली के माध्यम से एक पत्र प्राप्त हुआ। जिसमें लिखा गया कि आप सभी मूल दस्तावेज और बैंक की पासबुक में नई एंट्री कराकर जिला कार्यालय में 10 से 1 बजे तक कार्यालय में संपर्क करें। परिवारजन सभी कागजात पूरे कर के जिला कार्यालय में गए और प्रमाण पत्र दिखाएं। लेकिन 4 वर्ष से मृतक व्यक्ति की पेंशन बंद नहीं की गई। परिवार जन अबतक कई बार कार्यालयों के चक्कर लगा चुके हैं और कई बार शिकायत प्रणाली पर शिकायत भी दर्ज कर चुके हैं।
24 दिसंबर 2021 को दिए गए जवाब में फिर वही बात कही गई कि कार्यालय में प्रार्थना पत्र और अन्य सबूत सोमवार 10 से 1 बजे के बीच सोमवार से शुक्रवार कार्यालय में संपर्क करें। इसके बाद यह व्यक्ति तीन बार कार्यालय में जा चुका है। उनको बार-बार कोई ना कोई कागज की कमी बता कर वापस भेज दिया जाता है। हर बार बैंक से पासबुक में नई एंट्री करवाकर लाने की बात कही जाती है। हरपाल सिंह राणा बताते हैं कि ऐसा यह सिर्फ एक परिवार नहीं है,ऐसे अनेकों परिवार हैं जिनकी शिकायत प्रणाली पर निवेदन के साथ साथ मृतकव्यक्ति का और परिवार के सदस्य के आवश्यक कागजात आधार कार्ड पहचान पत्र मृत्यु प्रमाण पत्र भेजने के बावजूद उन्हें बार-बार कार्यालय में बुलाया जा रहा है। अब यह समझ से बाहर है की एक तरफ विभाग मृतक व्यक्ति की पेंशन बंद करने में कितनी अनियमितताएं बरत रहा है और जबरदस्ती मृत व्यक्ति की पेंशन भेज रहा है और दूसरी तरफ बजट ना होने के कारण से पेंशनधारियों को कई महीने से पेंशन नहीं दी जा रही है और 4 वर्ष से पेंशन के आवेदन नहीं लिए जा रहे हैं।