हाथरस : उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले के नगर पालिका क्षेत्र में एक गली के लोग प्रशासन से तंग आ गए थे. बार-बार मांग करने के बावजूद गली का निर्माण नहीं करवाया जा रहा था. नेताओं से भी खूब सिफारिश की गई लेकिन काम नहीं बना. आखिर में तंग आकर लोगों ने चंदा जुटाया और गली का निर्माण उसी पैसे से करवा डाला. जनता का गुस्सा यहीं नहीं थमा. नेताओं को सबक सिखाने के लिए लोगों ने एक बोर्ड भी लगवाया और लिख दिया कि यह गली चंदे के पैसे से बनवाई गई है तो खुद को जनप्रतिनिधि बताने वाले लोग यहां वोट मांगने न आएं. अब हाथरस का यह मामला सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.
मामला हाथरस के मुरसान गेट क्षेत्र की रामा प्रेस गली का है. यहां के लोग लंबे समय समय से नगर पालिका परिषद और अन्य प्रतिनिधियों से मांग कर रहे थे कि उनकी गली बनवा दी जाए. इसके लिए लोगों ने नेताओं के दफ्तरों और नगर पालिका परिषद के खूब चक्कर लगाए. तमाम कोशिशें काम नहीं आईं तो लोगों ने खुद ही गली बनवाने का निर्णय लिया. इसके लिए लोगों ने ठेकेदार का चयन किया और आने वाले खर्च की जानकारी जुटाई.
सीवर और गली बनवाने के लिए जुटाया चंदा
गली को बनवाकर आरसीसी और इंटरलॉकिंग बिछवाने का खर्च 40 हजार रुपये आना था. इसके लिए लोगों ने चंदा लगाया और खुद ही पैसे जुटाए. गली के टूटे हिस्से पर आरसीसी बिछवाई गई और बाकी के हिस्से पर इंटरलॉकिंग का काम करवा दिया गया. इससे पहले यहां के लोगों ने अपने ही पैसों से सीवर लाइन भी बिछवाई गई थी जिसमें 30 हजार रुपये का खर्च किया गया था. ये पैसे भी चंदे के जरिए ही जुटाए गए थे.
सीवर और गली का काम खुद करवाने और जनप्रतिनिधियों से सहयोग न मिलने से नाराज लोगों ने अपना गुस्सा गली के बाहर लगाए गए बोर्ड पर दिखाया है. इस बोर्ड पर लिखाया गया है, ‘गली का निर्माण गली वालों के धन से किया गया है. कृपया जनप्रतिनिधि कहने वाले ली में वोट मांगने न आएं.’ स्थानीय लोगों का कहना है कि उन्होंने अपने पैसे से सड़क बनवाई है इसलिए नेताओं का यहां आना मंजूर नहीं है.