शिमला: हिमाचल की सियासत में देहरा उपचुनाव चर्चा में आ गया है। देहरा से जैसे ही उपचुनाव में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की पत्नी कमलेश ठाकुर के टिकट का ऐलान हुआ है। देहरा उपचुनाव में प्रत्याशी के ऐलान के बाद बवाल मच गया है। टिकट के प्रबल दावेदार माने जा रहे डॉ. राजेश को टिकट ना मिलने के बाद बुधवार को वह अपने समर्थकों के बीच पंहुचे और वहां जमकर अपने मन की भड़ास निकाली। इस दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू पर भी जमकर निशाना साधा। यहां तक कि उन्होंने अपनी जान को खतरा बताते हुए मुख्यमंत्री को जिम्मेदार ठहरा दिया है। डॉ. राजेश ने इसी बीच मुख्यमंत्री की और से उन्हें डराने धमकाने सहित कई संगीन आरोप जड़े हैं। देहरा से टिकट कटने पर डॉ. राजेश शर्मा कि मुझे कोई कुर्सी की लालसा नहीं है। मैं पारिवारिक जिम्मेदारी से अब मुक्त हो चुका हूं। बच्चों को अच्छा पढ़ा दिया है।
इस बारे में बात करते हुए डा. राजेश ने कहा कि सारा घटनाक्रम बीते नौ जून से शुरू हुआ है। मैं चुनावों का ऐलान होने के बाद शिमला में सीएम से मिलकर आया। सीएम ने कहा कि आप फील्ड में जाइए। डॉ. राजेश का कहना रहा कि टिकट किसी को भी मिले मुझे कोई दिक्कत नहीं। बस दिक्कत थी झूठ से। उन्होंने मैं देहरा की जनता से छल नहीं कर सकता। यही नहीं बाद में समर्थकों को सम्बोधित करने के दौरान वह काफी भावुक हो गए और फूट-फूट के रोने लगे। इसी बीच उनकी तबीयत भी बिगड़ गई और उन्हें देहरा के अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। यहां उनका ईसीजी करवाने के साथ अन्य उपचार दिया गया है। हालांकि उनकी तबीयत स्थिर है और डॉक्टर उनकी देखभाल कर रहे हैं।
गौरतलब है कि देहरा उपचुनाव ने सभी का ध्यान अपनी ओर खींच लिया है और दिल्ली तक उपचुनाव पर नजर है। ऐसा इसलिए कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने अपनी पत्नी को कांग्रेस पार्टी की तरफ से मैदान में उतार दिया है, जबकि पूर्व में प्रत्याशी रहे डॉ. राजेश शर्मा को का टिकट काट दिया है। अब सारे घटनाक्रम के बाद डॉ राजेश ने बगावत का बिगुल फूंक दिया है। अब देखना यह है कि उनका अगला कदम क्या होगा और क्या वह निर्दलीय चुनाव मैदान में उतर सकते हैं, यह सब जल्द ही साफ होने वाला है।
देहरा का सियासी पारा यहीं नही थमने वाला है। उधर दूसरी ओर भाजपा में भी हालात सुखद नही हैं। भाजपा सरकार में पूर्व मंत्री रहे रमेश धवाला की ख्वाहिश भी अधूरी रह गई है। उनका भी टिकट काटकर उनकी जगह पार्टी में शामिल हुए पूर्व निर्दलीय विधायक होशियार सिंह को टिकट दिया गया है। ऐसे में भाजपा में भी सब ठीक नहीं चल था है।