नए संसद भवन के उद्घाटन का बहिष्कार करने के विपक्ष की मुहिम को जोरदार झटका लगा है। शिरोमणि अकाली दल, बीजू जनता दल और वाईएसआरसीपी ने नए संसद भवन के उद्घाटन कार्यक्रम में शामिल होने का ऐलान किया है। इसके पक्ष में इन दलों ने जोरदार दलीलें दी हैं और कहा है कि ऐसे मामलों में राजनीति नहीं होनी चाहिए। आंध्र प्रदेश के सीएम जगन मोहन रेड्डी ने सभी दलों से सारे सियासी मतभेद भुलाकर इस कार्यक्रम में शामिल होने का आह्वान किया है।
बीजू जनता दल उद्घाटन समारोह में शामिल होगा
बीजेडी की ओर से बयान जारी कर कहा गया है कि वह इस कार्यक्रम में शामिल होगा। पार्टी ने कहा है कि राष्ट्रपति देश की प्रमुख हैं और संसद 140 करोड लोगों का प्रतिनिधित्व करता है। पार्टी ने कहा है कि दोनों ही संस्था भारतीय लोकतंत्र की पहचान हैं और दोनों को संविधान से ही अधिकार प्राप्त होते हैं, जिसकी हमेशा ही रक्षा होनी चाहिए।
पार्टी के मुताबिक इन संवैधानिक संस्थाओं को हमेशा किसी विवाद से ऊपर रखना चाहिए। इसलिए पार्टी इस गौरवशाली कार्यक्रम में शामिल होगी। गौरतलब है कि विपक्षी दल इस कार्यक्रम को राष्ट्रपति द्रौपती मुर्मू से करवाने की वकालत कर रहा है। ऐसे में बीजेडी का स्टैंड उसके लिए ज्यादा बड़ा झटका है।
आंध्र के सीएम जगन रेड्डी शामिल होंगे
वाईएसआर कांग्रेस के नेता और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी ने नई संसद के उद्घाटन समारोह में शिरकत करने की घोषणा की है। उन्होंने एक ट्वीट करके इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने इसके बहिष्कार के ऐलान को लेकर विपक्ष को लताड़ा भी है और कहा है कि ऐसे शुभ अवसर पर बहिष्कार लोकतंत्र की सच्ची भावना के विरुद्ध है। उन्होंने सभी राजनीतिक दलों से अपने राजनीतिक मतभेद भुलाकर इसमें शामिल होने का आह्वान किया है।
‘हम नहीं चाहते कि इस समय कोई राजनीति हो’
उधर 28 मई को नए संसद भवन के उद्घाटन के बहिष्कार करने की विपक्षी मुहिम को बुधवार को शिरोमणि अकाली दल (एसएडी) ने भी ठुकरा दिया है। पार्टी के नेता दलजीत सिंह चीमा ने कहा है कि ‘हम नहीं चाहते कि इस समय कोई राजनीति हो।’ पार्टी ने कहा है कि इसपर विपक्ष जो मुद्दे उठा रहा है, उससे वह सहमत नहीं है।
सुखबीर सिंह बादल होंगे शामिल- अकाली दल
चीमा ने एक वीडियो बयान में कहा है कि शिरोमणि अकाली दल ने फैसला किया है कि पार्टी के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल नए संसद भवन के उद्घाटन में शामिल होंगे और यह भी कहा कि देश के लिए यह बहुत बड़ा कार्यक्रम है और इसमें सबको शामिल होना चाहिए।
हमारे लोकतंत्र पर सीधा हमला-विपक्ष
दरअसल, विपक्षी दलों ने कहा है कि प्रधानमंत्री का इमारत के खुद के द्वारा उद्घाटन करने का फैसला, ‘राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को पूरी तरह से साइडलाइन करके, यह न सिर्फ घोर अपमान है, बल्कि हमारे लोकतंत्र पर सीधा हमला है, जिसके अनुरूप प्रतिक्रिया की जरूरत है…’
‘कांग्रेस ने इमरजेंसी के दौरान संविधान का कितना सम्मान किया था,सबको पता है’
इस दौरान चीमा ने कांग्रेस को भी आड़े हाथों लिया और कहा कि देश को पता है कि पार्टी ने इमरजेंसी के दौरान संविधान का कितना ‘सम्मान’ किया था। अकाली दल के नेता ने कहा कि ‘राजीव गांधी के कार्यकाल में जिस तरह से पूर्व राष्ट्रपति (ज्ञानी जैल सिंह) का सम्मान किया गया था, सभी लोगों को इसके बारे में पता है।’