नई दिल्ली : फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन 5 से 7 अप्रैल के बीच चीन का दौरा करने वाले हैं। चीनी विदेश मंत्रालय ने सोमवार को इसकी पुष्टि की है। इससे पहले यूरोपीयन कमीशन के अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन मंगलवार को फ्रेंच राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन के साथ लंच पर मिलेंगे।
यूरोपीय आयोग ने कहा है कि दोनों नेता इस सप्ताह के अंत में चीन की संयुक्त यात्रा की तैयारी कर रहे हैं। आयोग के मुख्य प्रवक्ता एरिक मैमर ने सोमवार को एक ट्वीट में कहा कि दोनों नेता यूक्रेन-रूस युद्ध,ऊर्जा क्षेत्र और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ अपनी संयुक्त बैठक सहित चीन यात्रा की तैयारी से जुड़े मुद्दों पर चर्चा करेंगे।
मैक्रॉन के साथ इस सप्ताह चीन की प्रस्तावित अपनी यात्रा से पहले वॉन डेर लेयेन ने चीन की नीतियों का एक गंभीर मूल्यांकन किया है। इस मूल्यांकन में लेयेन ने कहा है कि चीन देश के भीतर पहले से ज्यादा दमनकारी और विदेशों में अधिक मुखर होता जा रहा है। लेयेन के मुताबिक चीन सुरक्षा और नियंत्रण में सुधार की जगह नए युग में कंपनियों पर अधिक खुफिया निगरानी बढ़ा रहा है।
गौरतलब है कि मैक्रॉन पहले ही कह चुके हैं कि वह चीन दौरे पर चीनी समकक्ष से यूक्रेन-रूस युद्ध को रोकने और शांति स्थापना के लिए बातचीत करेंगे। इससे पहले फ्रेंच राष्ट्रपति ने भारत के प्रधानमंत्री से इस युद्ध को रुकवाने की दिशा में पहल करने की अपील की थी। माना जा रहा है कि मैक्रॉन रूस और चीन की नजदीकी रिश्तों का फायदा उठाकर युद्ध विराम की कोशिशों को नया आयाम दे सकते हैं।
मैक्रान पहले यह भी कह चुके हैं कि दोनों देशों के बीच युद्ध तभी रुक सकता है जब रूस पहले यूक्रेन पर हमले करना रोके और सौनिकों को वहां भेजना बंद करे। रूस ऐसा तभी करेगा, जब उसे उसके मित्र राष्ट्र इसके लिए रजामंद करेंगे। चीन के राष्ट्रपति ने हाल ही में रूस का दौरा किया था। इसलिए फ्रांसीसी राष्ट्रपति की उम्मीदें बढ़ गई हैं।