नई दिल्ली : उत्तर प्रदेश की वाराणसी लोकसभा सीट के सांसद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तीसरी सरकार में यूपी से 10 मंत्री बने हैं। राजनाथ सिंह, हरदीप सिंह पुरी, अनुप्रिया पटेल, पंकज चौधरी, बीएल वर्मा जैसे पुराने मंत्री फिर से मंत्रिपरिषद में लौटे हैं तो जयंत चौधरी, कीर्तिवर्धन सिंह, कमलेश पासवान जैसे नेताओं को भी जगह मिली है जो केंद्र में पहली बार मंत्री बने हैं। पीएम मोदी के अलावा यूपी के दस मंत्रियों में 7 लोकसभा और 3 राज्यसभा के सदस्य हैं। पीएम मोदी ने 9 जून को नई सरकार के शपथ समारोह के अगले दिन मंत्रालय और विभाग आवंटति कर दिया था। उत्तर प्रदेश के कई मंत्रियों को महत्वपूर्ण मंत्रालय मिले हैं। एक नजर डालते हैं पीएम मोदी समेत यूपी के बाकी केंद्रीय मंत्रियों के मंत्रालय और विभाग के बजट पर।
शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से ही करते हैं। पीएम मोदी के पास पीएम पद के साथ-साथ उन सारे मंत्रालय और विभाग की भी जिम्मेदारी है जो किसी और मंत्री को नहीं दिए गए हैं। पीएम मोदी के पास कार्मिक, लोक शिकायत और पेंशन मंत्रालय है जिसका बजट 2284.87 करोड़ रुपए है। 24968.98 करोड़ रुपए बजट का परमाणु ऊर्जा विभाग और 13042.75 करोड़ रुपए बजट का अंतरिक्ष विभाग भी प्रधानमंत्री मोदी के अधीन है। लखनऊ लोकसभा के सांसद और सरकार में नंबर दो का दर्जा रखने वाले राजनाथ सिंह के रक्षा मंत्रालय का बजट 621540.85 करोड़ रुपए है। उत्तर प्रदेश से राज्यसभा सांसद हरदीप सिंह पुरी के पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय का बजट 29713.00 करोड़ रुपए है।
यूपी के 8 राज्यमंत्रियों में राज्यसभा सांसद जयंत चौधरी शामिल हैं जिन्हें दो विभाग मिले हैं और उसमें से एक विभाग का उन्हें स्वतंत्र प्रभार मिला है। जयंत के स्वतंत्र प्रभार वाले कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्रालय का बजट 3520.00 करोड़ रुपए है। जयंत शिक्षा मंत्रालय में राज्यमंत्री भी हैं और इसका बजट 120627.87 करोड़ रुपए है। मनमोहन सिंह सरकार में मंत्री रह चुके जितिन प्रसाद योगी आदित्यनाथ सरकार में मंत्रालय संभालने के बाद मोदी सरकार में पहली बार मंत्री बने हैं। पीलीभीत लोकसभा के सांसद जितिन को राज्यमंत्री के साथ दो-दो विभाग मिले हैं। जितिन के वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय का बजट 10404.63 करोड़ रुपए है जबकि इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय का सालाना बजट 21385.15 करोड़ रुपए है।
बजट के लिहाज से सबसे बड़े विभाग वित्त मंत्रालय में फिर से राज्यमंत्री बनाए गए महाराजगंज लोकसभा के सांसद पंकज चौधरी की मिनिस्ट्री का वित्त वर्ष 2024-25 का बजट 1850228.87 करोड़ रुपए है। मिर्जापुर लोकसभा सांसद और अपना दल (सोनेलाल) की प्रमुख अनुप्रिया पटेल फिर से राज्यमंत्री बनी हैं। अनुप्रिया को दो विभाग मिले हैं। अनुप्रिया के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय का बजट 90658.63 करोड़ रुपए है जबकि रसायन और उर्वरक मंत्रालय का बजट 168379.81 करोड़ रुपए।
आगरा लोकसभा के सांसद और पिछली सरकार में मंत्री रहे एसपी सिंह बघेल राज्यमंत्री बनाए गए हैं। बघेल को दो मंत्रालय में काम मिला है और संयोग से दोनों मंत्रालयों में उनके कैबिनेट मंत्री जेडीयू नेता ललन सिंह हैं। बघेल को मिले मत्स्यपालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय का बजट 7105.74 करोड़ रुपए और पंचायती राज मंत्रालय का बजट 1183.64 करोड़ रुपए है। गोंडा लोकसभा के सांसद कीर्तिवर्धन सिंह पहली बार मंत्री बने हैं। कीर्तिवर्धन सिंह को दो महत्वपूर्ण मंत्रालय मिले हैं जिसमें विदेश मंत्रालय का बजट 22154.67 करोड़ रुपए जबकि पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय का बजट 3265.53 करोड़ रुपए है।
नरेंद्र मोदी की पिछली सरकार में भी मंत्री रहे और यूपी से राज्यसभा सांसद बनवारी लाल वर्मा को राज्यमंत्री बनाया गया है। बीएल वर्मा को मिले उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्रालय का साल भर का बजट 213323.37 करोड़ रुपए है। बांसगांव लोकसभा के सांसद कमलेश पासवान पहली बार केंद्र में मंत्री बने हैं और उन्हें ग्रामीण विकास मंत्रालय में जूनियर मंत्री बनाया गया है। कमलेश पासवान के ग्रामीण विकास मंत्रालय का सालाना बजट 180233.43 करोड़ रुपए है।