नई दिल्ली:किडनी हमारे शरीर के जरूरी अंगों में से एक है. बिना किडनी के जीवन संभव नहीं है. ये शरीर की सफाई प्रणाली का मुख्य हिस्सा है. हमारी किडनियां दो छोटी, बीन के आकार की होती हैं, जो पीठ के निचले हिस्से में स्थित होती हैं. दरअसल, हम जो चीजें खाते हैं, वे पेट में पचने के दौरान पोषक तत्वों के साथ तमाम हानिकारक रसायन रिलीज करते हैं. आम भाषा में कहें तो, किडनी शरीर में फिल्टरेशन का काम करती है. किडनी का सबसे ज्यादा खास ख्याल गर्मियों में रखना चाहिए. क्योंकि, इस मौसम में बढ़ते तापमान के कारण शरीर में पानी की कमी और अन्य समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं. गर्मी में किडनी के नुकसान के लिए हमारी कुछ आदतें भी शामिल हैं. इसकी अनदेखी करने से धीरे-धीरे किडनी डैमेज हो सकती है. अब सवाल है कि आखिर किडनी को नुकसान पहुंचाने वाली हमारी कौन सी आदतें हैं? आइए जानते हैं इस बारे में-
इन आदतों की वजह से किडनी डैमेज का खतरा
टीओआई की रिपोर्ट के मुताबिक, गर्मी के मौसम में शरीर में पानी की कमी होने लगती है. अगर हम पर्याप्त पानी नहीं पीते, तो यह शरीर में हाइड्रेशन की कमी का कारण बनता है, जिससे किडनी पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है. किडनी डिहाइड्रेशन के कारण सही से काम नहीं कर पाती, जिससे किडनी स्टोन या अन्य समस्याएं हो सकती हैं.
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गर्मी में ठंडे शीतल पेय पदार्थों का सेवन करना आम बात है, लेकिन अधिक मात्रा में इनका सेवन किडनी पर बुरा असर डाल सकता है. शर्करा और कैफीनयुक्त पेय पदार्थ शरीर में पानी की कमी को और बढ़ाते हैं, जिससे किडनी की कार्यप्रणाली प्रभावित हो सकती है.
गर्मी में तली-भुनी और नमकीन चीजों का सेवन बढ़ जाता है, जो किडनी के लिए नुकसानदायक हो सकता है. अधिक नमक खाने से रक्तचाप बढ़ता है, जिससे किडनी पर दबाव बढ़ता है. यह किडनी के कार्य को प्रभावित कर सकता है और लंबे समय तक यह समस्या गंभीर हो सकती है.
गर्मी में शरीर में पसीना अधिक आता है और यदि हम इसका ठीक से ध्यान नहीं रखते, तो शरीर में खनिज तत्वों की कमी हो सकती है. इससे किडनी के सही से काम करने की क्षमता प्रभावित होती है. इस वजह से शरीर में टॉक्सिन जमा हो सकते हैं, जो किडनी के लिए हानिकारक होते हैं.
गर्मी में शारीरिक गतिविधियों की कमी होने से शरीर का मेटाबॉलिज्म धीमा हो सकता है. यह किडनी को सही से कार्य करने में मुश्किलें पैदा कर सकता है. पर्याप्त व्यायाम न करने से किडनी पर अधिक दबाव पड़ता है, जिससे उसकी कार्यक्षमता प्रभावित होती है.