नई दिल्ली : चुनाव आयोग ने लोकसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा कर दी है। इसके साथ ही आयोग की तरफ से युवा से लेकर बुजुर्ग वोटरों को मतदान करने की अपील की गई है। आगामी लोकसभा चुनाव में राजधानी दिल्ली में 85 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों और दिव्याग व्यक्तियों सहित तीन लाख से अधिक लोग डाक मतपत्रों के माध्यम से मतदान करने के पात्र होंगे। इस साल जनवरी में प्रकाशित अंतिम मतदाता सूची के अनुसार, दिल्ली में 80 वर्ष से अधिक आयु के 2,63,771 मतदाता और सात लोकसभा क्षेत्रों में 71,794 दिव्यांग मतदाता हैं।
घर से वोट देने की सुविधा
इस बार चुनाव आयोग ने 85 साल से ऊपर के लोगों को अपने घरों से वोट डालने की अनुमति देने का फैसला किया है। इसलिए अधिकारियों ने कहा कि यह संख्या लगभग तीन लाख तक कम हो जाएगी। यह पहली बार है कि लोकसभा चुनाव में पात्र मतदाताओं को यह सुविधा उपलब्ध होगी। अक्टूबर 2019 में चुनाव आयोग की सिफारिश पर कानून और न्याय मंत्रालय द्वारा चुनाव संचालन नियम, 1961 में संशोधन किया गया था। इसके बाद, 80 वर्ष से अधिक उम्र के लोग और दिव्यांगजन 2020 के दिल्ली विधानसभा चुनावों में डाक मतपत्रों के माध्यम से वोट डालने में सक्षम हो गए। करीब 3,000 लोगों ने इस विकल्प का इस्तेमाल किया था।