दुर्ग. ऑनलाइन सट्टे को लेकर दुर्ग जिला पुलिस लगातार शिकंजा कसते जा रही है. छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले के भिलाई में पिछले दिनों यस बैक के कर्मचारियों की मिली भगत सामने आने के बाद पुलिस ने अपना शिकंजा और कस दिया है और पूरे मामले की सूक्ष्मता से जांच की जा रही है. पुलिस की जांच में करीब 20 फर्जी एकाउंट पाए गए हैं. ऐसे में पुलिस की नजर और भी कई प्राईवेट बैकों की ओर है जिनसे सारी जानकारी जुटाने के लिए पुलिस ने नोटिस जारी किया है.
ऑनलाइन सट्टे का कारोबार दिन ब दिन फल फूल रहा है. ऐसे में इस पर शिकंजा कसने के लिए दुर्ग जिला पुलिस लगातार कार्रवाई कर रही है. इसके तहत करीब 13 सट्टे में लिप्त आरोपियों को सलाखों के पीछे भेजा जा चुका है. सट्टा कारोबारियों की धरपकड़ के लिए जुटी पुलिस को जांच में चौकाने वाली एक और बड़ी सफलता प्राप्त हुई है, जिसमें बैंक के कर्मचारी भी ऑनलाइन सट्टे के कारोबार में लिप्त नजर आ रहे हैं. पिछले दिनों भिलाई निवासी हरीकांत द्विवेदी के खाते में अचानक 3 लाख 85 हजार रुपये आने पर जब वो भिलाई के सुपेला स्थित यस बैक की शाखा में पहुंचा था, तो उसके साथ बैक के कर्मचारियों ने मारपीट की थी. मामले की रिपोर्ट सुपेला थाना में किए जाने के बाद पुलिस ने जांच आरंभ की तो यस बैंक के भी कर्मचारी इस मिली भगत में शामिल मिले.
20 से ज्यादा फर्जी खाते
दुर्ग के एएसपी संजय ध्रुव ने बताया कि यस बैक में पुलिस की चल रही जांच में अब तक करीब 20 फर्जी खाते सामने आए हैं. फर्जी खातों को खुलवाने वाला एक आरोेपी गिरफ्तार है. इससे पूछताछ में पुलिस को रहस्यों के बारे में पता चला है. आरोपी मनीश मिश्रा से पूछताछ में उसने बताया है कि वो हनी गुप्ता के लिए काम करता है. प्रत्येक खाते के लिए उसको 10 हजार रुपये तक मिलते थे. आरोपी से पुलिस को यह जानकारी मिलते ही पुलिस ने नजरें टेढ़ी कर ली हैं और अब हर प्राइवेट बैंक पुलिस की नजरों में है. पुलिस ने ऐसे करीब 12 बैकों को नोटिस जारी कर जानकारी मांगी है. वहीं अन्य आरोपियों की तलाश की जा रही है.