नई दिल्ली l कैबिनेट मंत्री राजेंद्र पाल गौतम ने दिल्ली में सहकारी समितियों के रजिस्ट्रार द्वारा आयोजित प्रशिक्षण सत्र का उद्घाटन किया और इस प्रशिक्षण सत्र के आयोजन के लिए सभी अफसरों को बधाई दी। इस तीन दिवसीय प्रशिक्षण सत्र में प्रति बैच 25 प्रशासक व अधिकारी शामिल होंगे।
कैबिनेट मंत्री राजेंद्र पाल गौतम ने प्रशिक्षण सत्र के महत्व को बताते हुए कहा कि एक अच्छा डॉक्टर बनने से पहले एक मेडिकल स्टूडेंट को किसी बड़े डॉक्टर के साथ ट्रेनिंग करनी होती है। ऐसे ही एक वकील बनने से पहले लॉ स्टूडेंट को भी किसी बड़े वकील के साथ ट्रेनिंग करनी होती है। मुझे खुशी है कि आज सहकारी समिति ने हमने इस चीज को गंभीरता से लिया और सभी अधिकारियों और कर्मचारियों के लिए एक प्रशिक्षण सत्र का आयोजन किया। इसके लिए मैं विभाग के सभी अधिकारियों को बधाई देता हूं।
कैबिनेट मंत्री राजेंद्र पाल गौतम ने कहा कि इस प्रशिक्षण सत्र से सभी अफसर सारी लंबित मामलों का जल्द से जल्द निपटारा कर पाएंगे। इससे विभाग पर जो काम का बोझ है, वह भी कम होगा। इस दौरान कैबिनेट मंत्री राजेंद्र पाल गौतम ने सहकारी समितियों में चल रही कुरीतियों पर कहा कि अक्सर सहकारी समिति में कदाचार के लिए अधिकारियों और राजनेताओं को दोषी ठहराया जाता है। लेकिन ऐसा नहीं है। कई बार प्रबंधन अपने स्वार्थ के कारण भ्रष्टाचार को जन्म देता है। कई अफसर परिवारवाद और पक्षपात भी करते हैं। इस कदाचार को हम को पूरे सिस्टम से निकाल कर फेंकना है। इसके लिए यह यह प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया है, जिसे सभी अधिकारियों को इन चीजों के बारे में जागरूकता मिले और हम आगे ऐसे कर्मचारी को अवसर ना दें जो भ्रष्टाचार को बढ़ावा देते हैं।
साथ ही कैबिनेट मंत्री राजेंद्र पाल गौतम ने अधिकारियों को नागरिकों की मदद करने और सहकारी आंदोलन को मजबूत करने पर ध्यान केंद्रित करने के लिए अधिकारियों को प्रेरित किया।