ये चर्चा विशुद्ध रूप से भारतीय क्रिकेट फैंस की अंतरात्मा की आवाज है. क्योंकि इस बात का कोई वैज्ञानिक आधार नहीं हो सकता है, है भी नहीं. इस बात का कोई तार्किक आधार नहीं हो सकता है, है भी नहीं. इस बात को किसी भी आधार पर कोई दावे से कह सकता है, बिल्कुल नहीं. फिर भी क्रिकेट के गलियारों में ये चर्चा बहुत तेजी से चल रही है कि 2022 टी20 विश्व कप भारतीय टीम जीतने वाली है. इस चर्चा का सट्टा बाजार से भी कोई लेना देना नहीं है. ये चर्चा तो ‘हार्डकोर’ क्रिकेट फैंस में हो रही है. मैंने भी कुछ लोगों से पूछा कि जब कोई आधार ही नहीं है तो बिना बात क्यों माहौल बना रहे हो, जवाब मिला- बिना आग के धुंआ नहीं उठता.
अब वो आग क्या है, तो आग ये है कि 2011 में भी विश्व कप से ऐन पहले कप्तान धोनी का सबसे भरोसेमंद गेंदबाज चोट की वजह से बाहर हो गया था. वो गेंदबाज थे प्रवीण कुमार. इस बार जसप्रीत बुमराह के साथ भी ऐन मौके पर ऐसा हुआ. इसके अलावा 2011 में कप्तान धोनी पूरे टूर्नामेंट में रन नहीं बना रहे थे लेकिन फाइनल में उन्होंने 90 से ज्यादा रनों की मैच विनिंग पारी खेली थी. मैन ऑफ द मैच भी वही थे. मैच विनिंग छक्का भी उन्हीं के बल्ले से निकला था. अब इस बार यही कहानी रोहित शर्मा की है. अब तक खेले गए सभी मैचों में उनका प्रदर्शन बहुत औसत रहा.
एक और समानता है जो अंतरात्मा को बल दे रही है
धोनी की बल्लेबाजी का उदाहरण हमने आपको दिया. प्रवीण कुमार की बात भी हमने कर ली. इसके अलावा 2011 और 2022 विश्व कप में एक और बड़ी समानता है. 2011 विश्व कप में भी क्वार्टर फाइनल तक के सफर में भारत ने बांग्लादेश और नेदरलैंड्स की टीम को हराया था. 2022 में भी हराया है. 2011 में भी भारत को दक्षिण अफ्रीका ने हरा दिया था. 2022 में भी हरा दिया है. 2011 में भारत ने सेमीफाइनल में पाकिस्तान को हराया था. इस बार सुपर-12 के मैच में ही पाकिस्तान को हराया है.
ये तो संयोग है. लेकिन सितारों के योग के मामले में भी लोग धोनी और रोहित को एक जैसा बता रहे हैं. दोनों बहुत शांत दिमाग से कप्तानी करते हैं. दोनों क्रिकेट को गेंद और बल्ले की लड़ाई के तौर पर देखते हैं यानि खेल को ‘कॉम्पलीकेट’ नहीं करते. दोनों मुश्किल परिस्थिति में खेल को आखिरी ओवर तक ले जाने की रणनीति बनाते हैं. दोनों अपने खिलाड़ियों पर भरोसा करते हैं. और अगर आईपीएल में कप्तानी की कसौटी पर दोनों सबसे सफल कप्तान हैं. रोहित शर्मा ने ये खिताब 5 बार जीता है जबकि धोनी ने 4 बार. धोनी तो खैर अब मैदान से दूर हो चुके हैं. लेकिन जो कारनामा उन्होंने अपनी कप्तानी में 2011 में किया था वही कारनामा रोहित भी तो 2022 में करना चाहेंगे. हम फिर से बता दें कि ये हिंदुस्तानी क्रिकेट फैंस की अंतरात्मा की आवाज है.
टीम इंडिया की मौजूदा स्थिति क्या है?
टीम इंडिया के मौजूदा हालात तो अच्छे ही हैं. 4 में से 3 मैच जीतकर वो ग्रुप-2 में पहले पायदान की टीम है. 6 तारीख को उसे जिम्बाब्वे के खिलाफ मैच खेलना है. 6 साल पहले एक मैच में जिम्बाब्वे ने भारत को हराया जरूर था. लेकिन तब से लेकर अब तक स्थिति बहुत बदल चुकी है. प्वाइंट टेबल का गणित भी कुछ ऐसा है कि भारत को सिर्फ जिम्बाव्वे को हराना भर है. इसके अलावा हार के अंतर जैसे तकनीकी चक्कर हैं नहीं.