पटना: बिहार की नीतीश सरकार में मंत्री नितिन नवीन को भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) का कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया गया है। भाजपा आलाकमान ने उन्हें बड़ा पद देकर एक बार फिर अपने फैसले से लोगों को चौंकाया है। नितिन पटना की बांकीपुर विधानसभा सीट से लगातार 4 बार के विधायक हैं, एक बार वे पटना पश्चिम से MLA रहे। अभी नीतीश सरकार में पथ निर्माण विभाग की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं। उन्हें राजनीति विरासत में मिली है। नितिन के पिता नवीन किशोर प्रसाद सिन्हा बिहार में भाजपा के कद्दावर नेता रहे थे। पिता के आकस्मिक निधन के बाद नितिन ने प्रदेश की चुनावी राजनीति में कदम रखा और फिर कभी विधानसभा चुनाव नहीं हारा।
बिहार में भाजपा का प्रमुख कायस्थ चेहरा माने जाने वाले नितिन नवीन की संगठन में अच्छी खासी पकड़ है। चुनावी प्रबंधन और संगठन में उनका ट्रैक रिकॉर्ड शानदार रहा है। वह अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के छात्र नेता रहे। इसके बाद भाजपा की युवा विंग भाजयुमो के बिहार अध्यक्ष बने। केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर जब भाजयुमो के राष्ट्रीय अध्यक्ष थे, तब नितिन उनके महासचिव रहे।
इसके बाद भाजपा ने उन्हें प्रभारी ओम माथुर के साथ छत्तीसगढ़ के सह प्रभारी की जिम्मेदारी सौंपी। उनकी कौशल की बदौलत छत्तीसगढ़ में भाजपा ने 2023 का विधानसभा चुनाव जीता। फिर अगले साल हुए लोकसभा चुनाव में पार्टी ने उन्हें छत्तीसगढ़ का प्रभारी बनाया। नितिन नवीन की छवि साफ और गैर विवादित रही है। यही कारण है कि भाजपा ने कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाकर उन्हें इतनी बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है।
जवानी में पिता को खोया, कभी नहीं हारा चुनाव
नितिन नवीन का जन्म पटना में 23 मई 1980 को हुआ था। उनकी पढ़ाई दिल्ली से हुई। नितिन के पिता नवीन किशोर सिन्हा भाजपा के दिग्गज नेता रहे, जिन्होंने जेपी आंदोलन से अपनी राजनीति की शुरुआत की थी। 2005 में 55 साल की उम्र में नवीन किशोर का हार्ट अटैक से निधन हो गया था। उस समय नितिन महज 26 साल के थे।
युवा उम्र में पिता को खोने का उन्हें गहरा सदमा लगा। मगर उन्होंने संबल नहीं तोड़ा और पिता की विरासत को आगे बढ़ाने के लिए वे राजनीति में उतर गए। पिता के निधन के बाद खाली हुई पटना पश्चिम विधानसभा सीट पर 2006 में नितिन ने भाजपा के टिकट पर उपचुनाव लड़ा और जीतकर पहली बार विधानसभा पहुंच गए। इसके बाद वे कभी चुनाव नहीं हारे।
2008 के परिसीमन में पटना पश्चिम का नाम बांकीपुर विधानसभा हो गया। 2010 से लेकर 2025 तक हुए 4 चुनावों में नितिन लगातार बांकीपुर से चुनाव जीतते आ रहे हैं। इस साल के विधासनभा चुनाव में उन्होंने राजद की रेखा कुमारी को लगभग 51 हजार वोटों के बड़े अंतर से हराया था।
नितिन नवीन को पहली बार फरवरी 2021 में नीतीश कैबिनेट में जगह मिली। पिछले महीने जब राज्य में चुनाव के बाद नई सरकार का गठन हुआ तो उन्हें फिर से मंत्री बनाया गया। अभी वे पथ निर्माण और नगर विकास एवं आवास विभाग की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं।







