प्रकाश मेहरा
एग्जीक्यूटिव एडिटर
नई दिल्ली। बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने कांग्रेस नेता और नेता विपक्ष राहुल गांधी पर 1991 के भारत-पाकिस्तान सैन्य समझौते को लेकर निशाना साधा है। यह विवाद विदेश मंत्री एस. जयशंकर के एक बयान से शुरू हुआ, जिसमें राहुल गांधी ने आरोप लगाया था कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की जानकारी भारत ने पाकिस्तान को पहले ही दे दी थी, जिससे राष्ट्रीय सुरक्षा को नुकसान हुआ और आतंकवादी जैसे मसूद अजहर बच निकले।
1991 का समझौता क्या है?
1991 में भारत और पाकिस्तान के बीच दो समझौते हुए थे, जो दोनों देशों के बीच तनाव कम करने और विश्वास-निर्माण (Confidence-Building Measures) के लिए थे। सैन्य अभ्यास, युद्धाभ्यास और सैन्य गतिविधियों की अग्रिम सूचना पर समझौता (Agreement on Advance Notification of Military Exercises, Manoeuvres, and Troop Movements) इसके तहत दोनों देशों को सैन्य गतिविधियों की जानकारी एक-दूसरे को देनी थी, ताकि गलतफहमियां न हों। हवाई क्षेत्र उल्लंघन की रोकथाम और सैन्य विमानों की उड़ान और लैंडिंग की अनुमति पर समझौता (Agreement on Prevention of Airspace Violations and for Permitting Overflights and Landings by Military Aircraft) यह समझौता हवाई क्षेत्र के उल्लंघन को रोकने और सैन्य विमानों के लिए नियम स्थापित करता था।
ये समझौते 6 अप्रैल 1991 को लागू हुए और शांतिकाल में सैन्य गतिविधियों में पारदर्शिता लाने के लिए थे।
निशिकांत दुबे का आरोप !
निशिकांत दुबे ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर 1991 के समझौते के दस्तावेज साझा करते हुए राहुल गांधी पर पलटवार किया। उन्होंने लिखा, “राहुल गांधी जी, यह आपकी बनाई हुई सरकार के समय का समझौता है। 1991 में आपकी पार्टी समर्थित सरकार ने यह समझौता किया कि किसी भी आक्रमण या सेना के मूवमेंट की जानकारी का आदान-प्रदान भारत और पाकिस्तान एक-दूसरे से करेगा। क्या यह समझौता देशद्रोह है? कांग्रेस का हाथ पाकिस्तानी वोट बैंक के साथ है।”
राहुल गांधी @RahulGandhi जी यह आपकी बनाई हुई सरकार के समय का समझौता है ।1991 में आपकी पार्टी समर्थित सरकार ने यह समझौता किया कि किसी भी आक्रमण या सेना के मूवमेंट की जानकारी का आदान प्रदान भारत व पाकिस्तान एक दूसरे से करेगा।क्या यह समझौता देशद्रोह है? कांग्रेस का हाथ पाकिस्तानी… pic.twitter.com/Me8XFHm0da
— Dr Nishikant Dubey (@nishikant_dubey) May 23, 2025
दुबे ने दावा किया कि कांग्रेस ने इस समझौते के जरिए राष्ट्रीय सुरक्षा से समझौता किया और इसे “देशद्रोह” करार दिया। उन्होंने यह भी कहा कि भारत 1947 से पाकिस्तान को आतंकवादी राष्ट्र मानता है और कश्मीर मुद्दे पर 78 साल से संघर्ष चल रहा है, फिर भी कांग्रेस ने पाकिस्तान को रियायतें दीं, जैसे 1950 का नेहरू-लियाकत समझौता, 1960 का सिंधु जल समझौता, और 1975 का शिमला समझौता।
कांग्रेस @INCIndia ने पढ़ना छोड़ दिया है इस समझौते के ऑरटिकल 14 के अनुसार यह समझौता 19 अगस्त 1992 को दिल्ली में मीटिंग कर रेटिफाई किया गया जो मेरे ट्वीट के पेज नम्बर 2 पर लिखा है ।1992/ में कॉंग्रेस की सरकार थी या नहीं https://t.co/k8qtvMojbw
— Dr Nishikant Dubey (@nishikant_dubey) May 23, 2025
कांग्रेस का जवाब
कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने निशिकांत दुबे के आरोपों का जवाब देते हुए कहा कि “यह समझौता शांतिकाल के लिए था, ताकि दोनों देशों के बीच गलतफहमी न हो। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि राजीव गांधी ने 6 मार्च 1991 को चंद्रशेखर सरकार से समर्थन वापस ले लिया था और समझौता अप्रैल 1991 में हुआ, इसलिए इसे पूरी तरह कांग्रेस की जिम्मेदारी मानना गलत है। श्रीनेत ने यह भी कहा कि ऑपरेशन सिंदूर युद्ध जैसे हालात में हुआ, जबकि 1991 का समझौता शांतिकाल के लिए था।
चलो इस बार अपनी जाहिलियत दिखाते वक्त BJP ने यह मान ही लिया कि विदेश मंत्री जयशंकर ने पाकिस्तान को हमारी सेना के आक्रमण की अग्रिम जानकारी दी
जिस agreement का ब्यौरा डिग्री दूबे दे रहे हैं वो शांतिकाल के लिए था – युद्ध की स्थिति में मुखबिरी करने के लिए नहीं
और आख़िरी बात राजीव… pic.twitter.com/NqAWjdsJpW
— Supriya Shrinate (@SupriyaShrinate) May 23, 2025
विदेश मंत्रालय का स्पष्टीकरण
विदेश मंत्रालय ने राहुल गांधी के दावों का खंडन करते हुए कहा कि जयशंकर ने स्पष्ट किया था कि पाकिस्तान को ऑपरेशन सिंदूर के शुरुआती चरण के दौरान चेतावनी दी गई थी, न कि पहले से जानकारी दी गई थी। भारत ने 6 मई 2025 की रात आतंकी ठिकानों पर हमला किया और 7 मई की सुबह पाकिस्तान को सूचित किया।
विवाद का सार !
राहुल गांधी का आरोप जयशंकर ने ऑपरेशन सिंदूर की जानकारी पहले पाकिस्तान को दी, जिससे राष्ट्रीय हितों को नुकसान हुआ।
Will JJ explain:
• Why has India been hyphenated with Pakistan?
• Why didn’t a single country back us in condemning Pakistan?
• Who asked Trump to “mediate” between India & Pakistan?India’s foreign policy has collapsed. https://t.co/m8q2lAFRm4
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) May 23, 2025
निशिकांत दुबे का पलटवार ने कहा “1991 का समझौता कांग्रेस की समर्थित सरकार ने किया था, जो सैन्य जानकारी साझा करने की बात करता है। इसे देशद्रोह बताकर कांग्रेस पर हमला।
राहुल गांधी @RahulGandhi जी यह आपकी बनाई हुई सरकार के समय का समझौता है ।1991 में आपकी पार्टी समर्थित सरकार ने यह समझौता किया कि किसी भी आक्रमण या सेना के मूवमेंट की जानकारी का आदान प्रदान भारत व पाकिस्तान एक दूसरे से करेगा।क्या यह समझौता देशद्रोह है? कांग्रेस का हाथ पाकिस्तानी… pic.twitter.com/Me8XFHm0da
— Dr Nishikant Dubey (@nishikant_dubey) May 23, 2025
दोनों पक्षों के बीच तीखी बयानबाजी
यह विवाद 1991 के समझौते और ऑपरेशन सिंदूर को लेकर बीजेपी और कांग्रेस के बीच चल रहे आरोप-प्रत्यारोप का हिस्सा है। निशिकांत दुबे ने 1991 के समझौते को आधार बनाकर राहुल गांधी और कांग्रेस को राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे पर घेरने की कोशिश की, जबकि कांग्रेस ने इसे शांतिकाल का समझौता बताकर बीजेपी के दावों को खारिज किया। यह राजनीतिक बहस दोनों पक्षों के बीच तीखी बयानबाजी के साथ जारी है।