नई दिल्ली ,05 जुलाई (आरएनएस)। केरल के संस्कृति मंत्री साजी चेरियन ने यह कहकर विवाद खड़ा कर दिया कि भारतीय संविधान ने पिछले 75 वर्षों में मजदूर वर्ग को लूटने में मदद की है। उन्होंने कहा कि हमने आंख मूंदकर ब्रिटिश व्यवस्था की नकल की और संविधान लिखा। यह शोषण के खिलाफ कभी कोई सुरक्षा नहीं देता है। जबकि आम आदमी और मजदूर वर्ग को लूटने में मदद करता है।
केरल के पठानमथिट्टा जिले के मल्लापल्ली में सत्तारूढ़ भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) द्वारा आयोजित को संबोधित करते हुए राज्य के संस्कृति मंत्री साजी चेरियन ने कहा, हम अक्सर कहते हैं कि यह एक सुंदर संविधान है। लेकिन हमने आंख मूंदकर ब्रिटिश व्यवस्था की नकल की और संविधान लिखा। यह शोषण के खिलाफ कभी कोई सुरक्षा प्रदान नहीं करता है। यह आम आदमी और मजदूर वर्ग को लूटने में मदद करता है।
उन्होंने आगे कहा, संविधान को सुंदर बनाने के लिए यहां और वहां लोकतंत्र और धर्मनिरपेक्षता को जोडक़र ठीक किया गया था। लेकिन शोषक हिस्सा काफी स्पष्ट है। हमने 75 साल तक गर्व से सिस्टम का पालन किया।
मंत्री को बर्खास्त करने की मांग
कांग्रेस के नेतृत्व वाले विपक्ष ने मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन से संविधान का अपमान करने वाले मंत्री को बर्खास्त करने के लिए कहा है। विपक्ष के नेता वी डी सतीसन ने कहा, उन्हें पद पर बने रहने का कोई अधिकार नहीं है। अब जैसे कि केरल के मंत्री के बयान के बाद राजनीतिक बयानबाजी चरम पर पहुंच गई है। राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने मंत्री से दिए गए भाषण का विवरण मांगा है। जबकि मुख्यमंत्री विजयन ने भी मंत्री से रिपोर्ट मांगी है।
सीपीआई ने किया बचाव
लेकिन सीपीआई (एम) ने मंत्री का बचाव करते हुए कहा कि उनके बयान को गलत संदर्भ में लिया गया है। पठानमथिट्टा के जिला सचिव के पी उदयभानु ने कहा, वह संविधान के सम्मान में कुछ कमियों की ओर इशारा कर रहे थे। लेकिन पार्टी के अंदरूनी सूत्रों ने स्वीकार किया कि कई वरिष्ठ नेताओं ने उनके विस्फोटक बयानबाजी पर हैरानी और निराशा व्यक्त की है।