धूप और चिलचिलाती गर्मी से राहत पाने के लिए विभिन्न तरह के ठंडे पेय पदार्थों का खूब सेवन किया जाता है। अक्सर देखा जाता है कि अधिकतर ठंडे पेय पदार्थों में चीनी की मात्रा अधिक होती है, जिनका अधिक सेवन सेहत खराब कर सकता है। अगर आप शरीर को ठंडा रखने के साथ स्वस्थ भी रखना चाहते हैं, तो आपको रोजाना एक गिलास गन्ने का रस पीना चाहिए।
आसानी से और सस्ते में उपलब्ध होने वाला गन्ने का रस सिर्फ स्वाद में ही लाजवब नहीं है बल्कि यह कई स्वास्थ्य समस्याओं का एक प्राकृतिक उपचार भी है। अगर बात करें गन्ने के रस के पोषक तत्वों की तो, यह आयरन, मैग्नीशियम, कैल्शियम और अन्य इलेक्ट्रोलाइट्स से भरपूर है। यही वजह है कि यह आपको डिहाइड्रेशन से बचाने में सहायक है, जोकि गर्मी की सबसे बड़ी समस्या है।
आयुर्वेद डॉक्टर दीक्षा भावसार का मानना है कि गन्ने के रस में भरपूर मात्रा में एंटीऑक्सिडेंट होते हैं, जो संक्रमण से लड़ने के लिए आपके इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाने का काम करते हैं। यह सामान्य सर्दी और अन्य संक्रमणों को ठीक करने में मदद करता है और बुखार से भी लड़ता है क्योंकि यह शरीर के प्रोटीन के स्तर को बढ़ाता है।
रोजाना गन्ने का रस पीने के फायदे
- गन्ने का रस प्रकृति में पौष्टिक होता है।
- यह एक प्राकृतिक मूत्रवर्धक है। पेशाब से जुड़ी समस्याओं जैसे यूटीआई और किडनी की पथरी के लिए बेहतर है।
- एसिडिटी के लिए अच्छा है।
- गन्ने का रस लीवर को मजबूत बनाता है और इस प्रकार इसे पीलिया के लिए एक बेहतर उपाय माना गया है।
- इसमें कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, आयरन, पोटैशियम और अन्य आवश्यक पोषक तत्व पाए जाते हैं।
- यह प्रकृति में रेचक है, इसलिए कब्ज के लिए सर्वोत्तम है।
गन्ने के रस के आयुर्वेदिक गुण
रस (स्वाद) – मधुरा (मीठा)
गुण (गुण) – गुरु (पाचन के लिए भारी), स्निग्धा (प्रकृति में घिनौना)
विपाक – मधुरा (पाचन के बाद मीठा स्वाद आता है)
वीर्य (शक्ति) – शीतला (ठंडा)
कर्म (क्रिया) – वातपित्त शामक (विकृत वात और पित्त दोष को कम करता है)