नई दिल्ली: दिल्ली में चाइनीज ऐप के जरिये लोन के नाम पर करोड़ों की उगाही और ठगी करने करने वाले इंटरनेशनल सिंडिकेट का भंडाफोड़ हुआ है। दिल्ली समेत देश के अन्य हिस्सों से होने वाली इस उगाही का चीनी कनेक्शन सामने आया है। यह इंटरनेशनल सिंडिकेट लोगों को चाइनीज ऐप के जरिये तुरंत लोन का लालच देता था। इसकी एवज में करोड़ों रुपये की उगाही करते थे। पैसे नहीं देने पर फोन हैक कर कॉन्टेक्ट से जुड़े लोगों को पीड़ित की मॉर्फ्ड न्यूड तस्वीरें भेजते थे। दिल्ली में हाल में इस तरह के कई मामले सामने आए थे। इसके बाद दिल्ली पुलिस ने चाइनीज लोन ऐप रैकेट के खिलाफ पहली बड़ी कार्रवाई की है।
चीन से जुड़ा है सरगना का मास्टरमाइंड, 8 संदिग्ध गिरफ्तार
देश भर में की गई छापेमारी में एक महिला सहित आठ संदिग्ध लोगों को अरेस्ट किया है। इसमें चीन में स्थित मास्टरमाइंड की पहचान की गई है। इसके अलावा विभिन्न देशों से सक्रिय तीन अन्य चीनी संदिग्धों के की भी पहचान हुई है। उगाही और ठगी के पैसों को क्रिप्टोकरंसी के जरिये से चीन, हांगकांग और दुबई भेजा जा रहा था। पुलिस कार्रवाई में एक ही अकाउंट में उगाही के 8.25 करोड़ रुपये मिले हैं। इसके अलावा 25 और खातों की पहचान की गई। इसके अलावा पुलिस ने कैश, कई एसयूवी, लैपटॉप, दर्जनों डेबिट कार्ड और पासबुक जब्त किए हैं।
दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान से अरेस्ट हुए संदिग्ध
पुलिस कमिश्नर राकेश अस्थाना ने इंटेलिजेंस फ्यूजन एंड स्ट्रैटेजिक ऑपरेशंस यूनिट से ऐसे सिंडिकेट के ऑपरेशन पर ऐक्शन लेने के लिए कहा था। इसके बाद डीसीपी (स्पेशल सेल) केपीएस मल्होत्रा के नेतृत्व में एक टीम ने जांच शुरू की। शीर्ष पुलिस अधिकारी ने कहा कि दिल्ली पुलिस निर्दोष लोगों को संदिग्ध तरीकों से परेशान करने और मनी लॉन्ड्रिंग जैसे अपराधों में लिप्त होने के लिए जीरो टॉलरेंस की पॉलिसी पर चल रही है। तकनीकी जांच और ह्यूमन इंटेलीजेंस के हफ्तों के बाद, एसीपी रमन लांबा, इंस्पेक्टर मनोज और अन्य की टीमों ने गिरफ्तार किया। दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान और देश के अन्य हिस्सों से संदिग्धों को अरेस्ट किया गया। इनके पास से वारदात में इस्तेमाल मोबाइल नंबर और इक्यूपमेंट बरामद किए गए हैं।
जबरन वसूली के लिए भेजते थे मार्फ्ड न्यूड तस्वीरें
जब्त किए गए गैजेट्स एनालिसिस के दौरान, यह पाया गया कि आरोपी महिलाओं की तस्वीरों को मॉर्फ कर रहे थे। इसके अलावा पीड़ितों के फोन कॉन्टेक्ट में जुड़े लोगों को जबरन वसूली के लिए पीड़ित की न्यूड तस्वीरें भेज रहे थे। दिल्ली पुलिस मनी लॉन्ड्रिंग के संबंध में ईडी और आयकर विभाग को सूचित करेगी। सिंडिकेट ने लोगों को अपने ऐप के माध्यम से लोन दिया। इसके साथ ही लोन की मूल राशि से 10-20 गुना अधिक पैसों की उगाही की। इतना ही नहीं पेमेंट में में देरी के मामले में, पीड़ितों को धमकाया गया, दुर्व्यवहार किया गया, परेशान किया गया और उन लोगों को बदनाम किया गया।
देश में गैंग का मास्टरमाइंड जोधपुर से गिरफ्तार
पुलिस ने सिंडिकेट के भारत में मास्टरमाइंड कृष्ण उर्फ रविशंकर को जोधपुर से गिरफ्तार किया। पुलिस ने रविशंकर के साथ काम कर चुके एक चीनी नागरिक को भी हिरासत में लिया है। हालांकि, अभी उसकी पहचान उजागर नहीं की गई है। कृष्णा ने अपने कथित चीनी साथी को बैंक खाते उपलब्ध कराए और जबरन वसूली गई रकम को क्रिप्टोकरंसी में चीन भेज दिया। तीन चीनी नागरिकों के गुप्त खातों की पहचान की गई है। मल्होत्रा ने कहा किगिरफ्तार किए गए लोगों में से एक कार्तिक पांचाल है। कार्तिक पीड़ितों से संपर्क करने या कर्ज लेने वालों के पास कॉल करने वाले लोगों की एक टीम चलाता था।