गुजरात के सूरत में एक मेडिकल कैंप को वर्चुअली तरीके से संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने भारत के दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने को असामान्य उपलब्धि बताया। उन्होंने कहा कि भारत का दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनना कोई सामान्य उपलब्धि नहीं है। उन्होंने कहा कि इस उपलब्धि ने हमें अमृत काल में और भी अधिक मेहनत करने और बड़े लक्ष्यों को प्राप्त करने का विश्वास दिलाया।
बता दें कि ब्लूमबर्ग द्वारा जारी नई रिपोर्ट के अनुसार भारत मार्च 2022 के अंत में ब्रिटेन को पछाड़कर दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है। ब्लूमबर्ग के अनुसार भारत की अर्थव्यवस्था इस साल मार्च के अंत में 854.7 अरब डॉलर की थी। वहीं ब्रिटेन की अर्थव्यवस्था 816 अरब डॉलर की थी।
वहीं वर्चुअली कार्यक्रम में पीएम मोदी ने प्रधानमंत्री आवास योजना को लेकर कहा, “पिछले आठ सालों के दौरान गरीबों के लिए देशभर में सरकार द्वारा तीन करोड़ घर बनाए गए। इनमें से करीब 10 लाख घरों का निर्माण अकेले गुजरात में हुआ है।” 8 सितंबर, गुरुवार को पीएम मोदी ने गुजरात के सूरत शहर के ओलपाड में एक चिकित्सा शिविर का डिजिटल तरीके से उद्घाटन किया।
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इस दौरान उन्होंने पंच प्रणों को लेकर कहा कि लाल किले से मैंने जिन पंचप्रणों की बात की थी उसमें एकता भी थी। सूरत की रग-रग में एकता का भाव है। इसलिए सूरत का मेरे हृदय में विशेष स्थान भी रहा है। बाढ़ और महामारियों ने अनेक बार सूरत की परीक्षा ली है मगर सूरत में एकता के आगे कोई भी चुनौती टिक नहीं पाई है।
उन्होंने कहा कि मैं अक्सर सूरत की सद्भावना, सूरत के लोगों के सामर्थ्य और उनकी इच्छाशक्ति की बात करता रहता हूं। गुलामी के समय में सूरत देश के उन पहले स्थानों में था जहां नमक कानून का विरोध हुआ था। सेवाभाव क्या होता है, सूरत के लोग बखूबी समझते हैं।
सूरत के ओलपाड में विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों से बात करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मेगा मेडिकल कैंप अपने आप में एक बड़ी कल्पना है। लोगों को जोड़ने और इस सेवाभाव के लिए मैं आपको जितनी बधाई दूं उतनी कम है।