काली मिर्च न केवल भारत में बल्कि दुनिया भर में सबसे अधिक इस्तेमाल किए जाने वाले मसालों में से एक है. ये मैंगनीज, फास्फोरस, सेलेनियम, विटामिन के और कैरोटीन जैसे विटामिन और मिनरल से भरपूर होता है. ये एक सुपरफूड (Superfood) के रूप में जानी जाती है. ये कई स्वास्थ्य बीमारियों को ठीक करने में मदद करती है. काली मिर्च का इस्तेमाल कई तरह के व्यंजनों में किया जाता है. काली मिर्च का आयुर्वेद में बहुत महत्व है. इसका इस्तेमाल औषधि के रूप में किया जाता है. काली मिर्च से बने एसेंशियल ऑयल (Black Pepper Essential Oil) का इस्तेमाल अरोमाथेरेपी के लिए भी किया जाता है. ये एसेंशियल ऑयल दर्द और ऐंठन से राहत देता है, कोलेस्ट्रॉल और ब्लड प्रेशर को कम करता है, शरीर को डिटॉक्सीफाई करता है और चिंता को कम करता है.
काली मिर्च एसेंशियल ऑयल के लाभ
ऐंठन से राहत देता है
अपने वार्मिंग, एंटीस्पास्मोडिक और एंटी इंफ्लेमेटरी गुणों के कारण काली मिर्च का एसेंशियल ऑयल ऐंठन, मांसपेशियों में खिंचाव और ऐंठन से राहत देता है. ये ऐंठन को कम करता है, टेंडोनाइटिस में सुधार करता है. ये गठिया के लक्षणों को भी दूर कर सकता है.
चिंता और तनाव को कम करता है
काली मिर्च का एसेंशियल ऑयल प्रमुख रूप से अरोमाथेरेपी के लिए इस्तेमाल किया जाता है. ये तनाव और चिंता को कम करने के लिए जाना जाता है. इसकी सुगंध आपकी नसों को शांत करके और आपकी मांसपेशियों को आराम देकर आपको शांत करने में मदद कर सकती है. इस लाभ उठाने के लिए आप डिफ्यूजर का इस्तेमाल कर सकते हैं. ये आपके मूड को बेहतर बनाएगा.
पाचन में सुधार
अगर आप पाचन संबंधी समस्याओं से जूझ रहे हैं, तो काली मिर्च के एसेंशियल ऑयल आपके लिए बेहतरीन तरीके से काम करता है. क्योंकि ये आपके पाचन तंत्र को मुंह में लार ग्रंथियों से लेकर बड़ी आंत तक उत्तेजित करने में मदद कर सकता है. इसका मतलब है कि ये अरोमाथेरेपी तेल अपच, मतली, दस्त, कब्ज और गैस की समस्या में सुधार कर सकता है.
एंटी-वायरलेंस गुण रखता है और सिगरेट की लालसा को कम करता है
काली मिर्च के एसेंशियल ऑयल में एंटी-वायरलेंस गुण होते हैं. जो धूम्रपान छोड़ने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन छोड़ नहीं पा रहें हैं उनके लिए ये तेल बहुत लाभदायक है. ये तेल धूम्रपान से जुड़ी लालसा को कम करने में भी मदद करता है.