नई दिल्लीः दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने शनिवार को कहा कि विद्यार्थियों में उद्यमिता सोच को प्रोत्साहित करने पर केंद्रित दिल्ली सरकार का ‘बिजनेस ब्लास्टर्स’ कार्यक्रम अगले साल से निजी विद्यालयों में भी शुरू किया जाएगा। सिसोदिया यहां त्यागराज स्टेडियम में ‘बिजनेस ब्लास्टर्स इनवेस्टमेंट समिट एवं एक्सपो’ में शामिल हुए थे, जहां सरकारी विद्यालयों के विद्यार्थियों ने कारोबार से संबंधित 100 से अधिक विचार निवेशकों के सामने पेश किये। उन्होंने कहा कि सरकारी स्कूलों के बच्चों की कड़ी मेहनत के कारण यह कार्यक्रम सफल रहा।
सिसोदिया ने कहा, ‘‘बिजनेस ब्लास्टर्स कार्यक्रम का अगले साल से निजी विद्यालयों में विस्तार किया जाएगा। कार्यक्रम शुरू करने को लेकर सात मार्च को निजी स्कूलों के साथ एक बैठक की जाएगी।” मंत्री ने कहा कि नौकरी पाने की मानसिकता के साथ भारत पांच ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था का लक्ष्य हासिल नहीं कर सकता है। उन्होंने कहा, ‘‘देश भर के छात्रों में उद्यमशीलता की मानसिकता विकसित करके ही हम देश की अर्थव्यवस्था को नई ऊंचाइयों पर ले जा सकते हैं। ‘बिजनेस ब्लास्टर्स’ कार्यक्रम ने दिल्ली के सरकारी स्कूलों के लाखों बच्चों का विश्वास बढ़ाया है, अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली सरकार के लिए यह सबसे बड़ी उपलब्धि है।”
सिसोदिया ने कार्यक्रम में हर एक टीम से मुलाकात की और उनके साथ चर्चा की कि कैसे अपने बिजनेस आइडिया को बेहतर तरीके से चलाया जाए। मंत्री ने कहा कि दिल्ली सरकार दिल्ली के हर बच्चे को बेहतर शिक्षा देने के लिए प्रतिबद्ध है और इस दिशा में ‘बिजनेस ब्लास्टर्स’ जैसे कार्यक्रमों के जरिए बी आर आंबेडकर के सपनों को पूरा कर रही है। उन्होंने कहा कि ‘बिजनेस ब्लास्टर्स इन्वेस्टमेंट समिट एंड एक्सपो’ देश और दुनिया में बच्चों के लिए अपनी तरह का पहला कार्यक्रम है। उन्होंने निवेशकों से बच्चों के स्टार्ट-अप में निवेश करने और उन्हें मार्गदर्शन देने की अपील की। उन्होंने कहा, ‘‘कोई भी सरकार इस तरह के प्रयोग एक निश्चित स्तर तक ही कर सकती है। इसे यहां से आगे ले जाना उद्यमियों का काम है।”
मंत्री ने कहा कि आज के इन युवा कारोबारी सितारों में से कल के टाटा और बिड़ला सामने आएंगे जो अब से 20 साल बाद दुनिया की सबसे बड़ी कंपनियों की स्थापना करेंगे। सिसोदिया ने कहा, इसलिए उद्योग जगत को इन कारोबारी सितारों को आगे बढ़ाने में सहयोग करना चाहिए। एक सरकारी बयान के मुताबिक, निवेशकों ने छात्रों के स्टार्ट-अप में करोड़ों रुपए का निवेश किया।
शिक्षा विभाग का भी कामकाज देख रहे उपमुख्यमंत्री ने कहा कि फेसबुक और ट्विटर जैसी बड़ी वैश्विक कंपनियां भारत से भी निकलनी चाहिए और ‘बिजनेस ब्लास्टर्स’ कार्यक्रम विद्यार्थियों में उद्यमिता सोच विकसित करती है। ‘बिजनेस ब्लास्टर्स’ दिल्ली सरकार का स्टार्ट-अप कार्यक्रम है, जहां 11वीं और 12वीं कक्षाओं के विद्यार्थी बिजनेस आइडिया लेकर आते हैं और सरकार उसे आकार देने में उनकी मदद करती है।