बिहार उपचुनाव 2021 का रिजल्ट आ गया है. एनडीए के अलावे सभी दलों के दावे फेल हो गये और जदयू उम्मीदवारों ने दोनों सीटों पर जीत दर्ज कर ली है. इस बार के चुनाव में दोनों सीटों पर आमने-सामने की भिड़ंत जदयू और राजद के उम्मीदवारों के बीच ही रही. बांकी सभी उम्मीदवार शुरू से इस रेस से बाहर ही रहे. इस बार कांग्रेस और लोजपा(रामविलास) के प्रदर्शन पर भी सभी की नजरें थी. लेकिन दोनों सीटों पर दोनों दलों की बुरी तरह हार हुई है.
बिहार उपचुनाव में कांग्रेस और चिराग पासवान की पार्टी लोजपा(रामविलास) दोनों के उम्मीदवार बुरी तरह हारे हैं. लेकिन दोनों दलों के पास अपनी-अपनी दलीलें भी हैं. उधर कांग्रेस की हार ने चिराग की उम्मीदें बढ़ा दी है. चिराग पासवान ने परिणाम आने के बाद ट्वीट करके इस बात का जिक्र किया है कि ये परिणाम उनके लिए कैसे फायदेमंद है.
बता दें कि इस बार के उपचुनाव में कांग्रेस महागठबंधन से अलग होकर अकेले चुनावी मैदान में कूदी लेकिन बुरी तरह हार का सामना कांग्रेस उम्मीदवारों को दोनों सीटों पर करना पड़ा. वहीं पिछले साल 2021 में बिहार विधानसभा के दौरान अपने प्रदर्शन से चौंकाने वाली लोजपा इस बार दो खेमें में बंट चुकी थी. पशुपति पारस का खेमा एनडीए के साथ खड़ा था. वहीं चिराग पासवान अपनी पार्टी लोजपा(रामविलास) के उम्मीदवारों को मैदान में उतारे. दोनों जगहों पर उनके उम्मीदवारों की बुरी हार हुई है.
हार के बाद भी चिराग पासवान खुश हैं. अपनी खुशी जाहिर करते हुए चिराग ने ट्वीट किया और लिखा कि- ‘ये आरम्भ है. नई पार्टी और नए चुनाव चिन्ह को बिहार की जनता ने एक राष्ट्रीय पार्टी से भी ज्यादा सराहा है. विपरीत परिस्थितियों में चुनाव लड़ने के बावजूद पहले ही प्रयास में बिहार में तीसरे पायदान पर पहुंच गई लोजपा (रामविलास).”
गौरतलब है कि, मंगलवार को आए चुनाव परिणाम में दोनों सीटों पर राजद दूसरे नंबर पर रही जबकि कांग्रेस को चौथे नंबर पर धकेलकर चिराग पासवान की लोजपा(रा.) के उम्मीदवार तीसरे नंबर पर रहे. कांग्रेस को तारापुर में 3590 तो लोजपा(रा.) को 5364 वोट मिले. जबकि कुशेश्वरस्थान में कांग्रेस को 5603 वोट और लोजपा(रा.) को 5623 वोट मिले हैं. दोनों जगहों पर चिराग के उम्मीदवार कांग्रेस प्रत्याशी से आगे रहे हैं.