मुरार सिंह कण्डारी
सांगली। सांगली जिले के नागरिकों के लिए पीने का पानी, पशुओं और कृषि के लिए पानी उपलब्ध कराना ही प्राथमिकता ही है और इस संबंध में सरकारी स्तर नियोजन किया जा रहा है. मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के निर्देशों के अनुसार सांगली जिले के लिए कोयना डॅम से दो टीएमसी पानी तत्काल छोड़ने का निर्णय लिए जाने की जानकारी सातारा जिले के पालकमंत्री तथा राज्य उत्पादन शुल्क मंत्री शंभूराज देसाई ने दी.
मंत्रालय में मंत्री श्री. देसाई की अध्यक्षता में आज कोयना जलाशय का पानी भण्डार के उपयोग के संदर्भ में जायज़ा बैठक ली गई, इस बैठक में मंत्री श्री. देसाई बोल रहे थे.
मंत्री श्री. देसाई ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री. शिंदे ने दिए हुए आदेश के अनुसार ही सांगली और सातारा जिले के शेष क्षेत्र के किसानों के लिए पानी छोड़ने का निर्णय लिया गया है. दि. 24 नवंबर को डॅम से 1050 क्यूसेस क्षमता से 2 टीएमसी पानी सांगली जिले के लिए छोड़ा गया है. यह पानी सांगली जिले को पहुँचाने के लिए डेढ़ से दो दिन का अवधि अपेक्षित है. कोयना डॅम की कुल जल भण्डार क्षमता 105.25 टी.एम.सी. है. कुल जलाशयों की मात्रा में इस साल करीबन 25 फीसदी जल भंडार कम है. कोयना डॅम के 67 फीसदी पानी का विद्युत् निर्माण के लिए उपयोग किया जाता है. लेकिन इस साल जल भंडार कम होने की वजह से नागरिकों को पीने का पानी, पशुओं के लिए पानी उपलब्ध कराना, कृषि के लिए पानी देना आवश्यक है. मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के निर्देशों के अनुसार, उपमुख्यमंत्री तथा ऊर्जा मंत्री देवेंद्र फडणवीस से चर्चा कर पानी का नियोजन किया जा रहा है.
उन्होंने बताया कि विद्युत् निर्माण के लिए उपयोग में लाया जानेवाला पानी कम करने के बाद कितनी विद्युत् खरीदनी पड़ेगी इस संदर्भ का प्रस्ताव तैयार करने की सूचना भी जलसंपदा, महानिर्मिती और महाजेनको इस बैठक में दी गई है. जिसमें दस टीएमसी पानी कम करने के बाद का प्रारूप और पंद्रह टीएमसी पानी कम करने के बाद का प्रारूप तैयार कर कितनी विद्युत् खरेदी करनी पड़ेगी, इस संदर्भ का विस्तृत प्रस्ताव भी तैयार करने की सूचना अधिकारियों को इस दौरान मंत्री श्री. देसाई ने दी.
इस बैठक में विधायक अनिल बाबर, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव ब्रिजेश सिंह, उपमुख्यमंत्री के विशेष कार्य अधिकारी प्रशांत मयेकर, महानिर्मिती के संचालक संजय मारुडकर, ऊर्जा विभाग के उपसचिव प्रशांत बडगिरी, महावितरण के मुख्य अभियंता दिनेश अग्रवाल, एमएलडीसी के कार्यकारी संचालक शशांक जवळकर, कोयना डॅम के मुख्य अभियंता श्री. चोपडे, सातारा जिले के जिलाधिकारी जितेंद्र डुडी, सांगली जिले के जिलाधिकारी डॉ. राजा दयानिधी यह (आभासी पटल के द्वारा) बैठक में उपस्थित थे।