कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने सोमवार को पुलवामा हमले को लेकर केंद्र सरकार पर सवाल खड़े किए हैं। भारत जोड़ो यात्रा के दौरान दिग्विजय सिंह ने सर्जिकल स्ट्राइक पर सवाल उठाया। उन्होने कहा कि हमारे सीआरपीएफ के 40 जवान पुलवामा में शहीद हुए थे। सीआरपीएफ के अधिकारियों ने पीएम मोदी से अनुरोध किया था कि सभी जवानों को एयरलिफ्ट किया जाए, लेकिन पीएम मोदी नहीं माने, ऐसी चूक कैसे हो हुई ?
दिग्विजय सिंह के इस बयान पर भाजपा ने कहा कि यह सेना का अपमान है और इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
“संसद में रिपोर्ट पेश नहीं हुई”
कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने भारत जोड़ो यात्रा के दौरान एक मंच से केंद्र सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा कि केंद्र सरकार ने आज तक संसद के सामने 2016 के सर्जिकल स्ट्राइक या 2019 के पुलवामा आतंकी हमले पर रिपोर्ट पेश नहीं की है। सरकार लगातार झूठ बोलती रही है। उन्होने कहा कि सरकार ने अब तक सर्जिकल स्ट्राइक को लेकर कोई सबूत नहीं दिखाया है।
दिग्विजय सिंह ने कहा कि पीएम कहते थे आतंकवाद समाप्त हो जाएगा। हिंदुओं का बोलबाला हो जाएगा लेकिन जब से धारा 370 हटी है, आतंकवाद बढ़ा है। उन्होंने कहा कि हुकूमत यहां का फैसला नहीं कराना चाहती, यहां की समस्या का निदान नहीं करना चाहती। यह समस्या कायम रखना चाहती है ताकि कश्मीर फाइल्स जैसी फिल्म बनती रहें और लोगों में हिंदू-मुसलमान में नफरत फैलाते रहें।
दिग्विजय सिंह ने राजोरी जिले के ढांगरी में हाल ही में हुए आतंकवादी हमले पर भी सवाल उठाते हुए इस चिंताजनक बताया। उन्होने कहा कि जम्मू के नरवाल और ढांगरी में हुए दो विस्फोट चिंताजनक है। दिग्विजय सिंह ने कांग्रेस नेता जयराम रमेश के साथ रविवार को जम्मू मडिकल कालेज अस्पताल में आतंकी हमलों के घायलों का हाल जानने के बाद पत्रकारों से बातचीत में यह बातें कहीं।
भाजपा ने किया पलटवार
भाजपा ने दिग्विजय सिंह के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि कांग्रेस नेता का बयान आपत्तिजनक है और भारत जोड़ो यात्रा का मकसद देश को खंडित करना है। भाजपा प्रवक्ता गौरव भाटिया ने कहा कि कांग्रेस सेना का अपमान करती है, इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।