पहल स्पेशल डेस्क: किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी ने संयुक्त किसान मोर्चा और संयुक्त किसान मोर्चा (अराजनीतिक) से संयुक्त कमेटी बनाने का आह्वान किया है. भारतीय किसान यूनियन (चढूनी) की केंद्रीय कमेटी की शुक्रवार को बैठक थी.
बैठक के बाद बोले किसान नेता चढूनी
बैठक के बाद एक्जीक्यूटिव एडिटर प्रकाश मेहरा से बात करते हुए गुरनाम सिंह चढूनी ने कहा, “हमारा आंदोलन सिस्टम से नहीं चला. कुछ भाइयों ने जल्दबाजी में शुरू किया था और सबसे राय नहीं की थी. ये शायद उनसे गलती हुई है.”
उन्होंने कहा, “मौजूदा आंदोलन को लेकर लोगों में नकारात्मकता फैल रही है और सरकार हावी हो रही है. इसका नुकसान किसानों को ही होगा.”
उन्होंने कहा, “हमले आज अपनी कोर कमेटी की मीटिंग में फ़ैसला लिया है कि हम एसकेएम और एसकेएम (अराजनीतिक) से हम अपील करेंगे कि वो एक साझी कमेटी बनाएं और उसके मातहत आंदोलन चलाएं.”
दिल्ली चलो का आह्वान !
ग़ौरतलब है कि बीते 13 फ़रवरी को दिल्ली चलो का आह्वान एसकेएम (अराजनीतिक) के संगठनों ने किया है. जबकि 2020-21 में 13 महीनों तक एसकेएम के नेतृत्व में आंदोलन चला था. चढूनी ने कहा, “इससे सरकार पर असर पड़ेगा, लोगों में हौसला भी बढ़ेगा और हमारी मांगें भी मानी जाएंगी.”
खनौरी बॉर्डर पर किसान युवक की मौत!
उधर, हरियाणा और पंजाब के खनौरी बॉर्डर पर बुधवार को मारे गए युवक के शव का अंतिम संस्कार करने से किसानों ने इनकार कर दिया है. उनका कहना है कि जब तक दोषियों के खिलाफ़ हत्या का मामला दर्ज नहीं होता,अंतिम संस्कार नहीं किया जाएगा।
किसान नेता सरवन सिंह पंढेर क्या बोले
किसान की मृत्यु पर किसान नेता ने एक्जीक्यूटिव एडिटर प्रकाश मेहरा से बात करते हुए सरवन सिंह पंढेर ने कहा, “वह खनौरी बॉर्डर पर थे और इस किसान आंदोलन के चौथे शहीद हैं। उनकी पहचान दर्शन सिंह (62) के रूप में हुई है, उनकी मृत्यु दिल का दौरा पड़ने से हुई। पिछले तीन शहीदों के समान ही मुआवजा दिया गया है और उनके परिवार के एक सदस्य को नौकरी दी जानी चाहिए। उन्होंने पहले प्रत्येक को मुआवजे के रूप में 5 लाख रुपये प्रदान किए हैं.”