भारत जैसे देश में कार खरीदना आज भी एक बड़ा फैसला माना जाता है. कार खरीदना हमारे देश में स्टेटस सिंबल भी माना जाता है. बैंक और वित्तीय संस्थान कार खरीदने के लिए मदद करते हैं. इससे अपनी पसंदीदा कार खरीदने के लिए लोन ले सकते हैं. अपने सपनों की कार को पूरा करने के लिए लोन (Auto Loan) लेते समय आपको कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए. अक्सर ग्राहक संभावित नुकसानों पर सोच-विचार किए बिना जल्दबाजी में कर बैठते हैं और बाद में उन्हें नुकसान उठाना पड़ता है. इन सामान्य गलतियों को आसानी से टाला जा सकता है.
ज्यादातर बैंक, वित्तीय संस्थान कार की मूल कीमत प्लस टैक्स आदि का भुगतान करके ऑन रोड प्राइस का लगभग 80 से 90 फीसदी लोन देते हैं. कुछ बैंक या संस्थान 100 फीसदी भी फाइनेंस करते हैं. यह आपको शुरुआत में कोई डाउन पेमेंट किए बिना अपनी पसंदीदा कार घर लाने की अनुमति देगा. आपको कार खरीदते और फाइनेंस करते समय सामान्य गलतियों से बचने के लिए यहां कुछ सुझाव दिए गए हैं.
अपना क्रेडिट हिस्ट्री जानें
हिन्दुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट में कहा गया है कि कार लोन के लिए अप्लाई करने से पहले क्रेडिट स्कोर न जानना एक बड़ी गलती है. एक ग्राहक जो अपना क्रेडिट स्कोर जानता है, उसे पता होता है कि वह किन लोन शर्तों के लिए योग्य है और लोन मिलने की क्या उम्मीद है? आजकल, लोन देते समय क्रेडिट स्कोर वेरfफाई किया जाता है. साथ ही कई बैंक इसके आधार पर ब्याज दरों की पेशकश करते हैं, इसलिए सस्ता लोन पाने के लिए आपका क्रेडिट स्कोर जरूरी है.
अगर क्रेडिट स्कोर कम है और खरीदने की कोई जल्दी नहीं है तो ग्राहक बेहतर ब्याज दर प्राप्त करने के लिए स्कोर में सुधार करने का फैसला ले सकता. एक ग्राहक क्रेडिट कार्ड स्टेटमेंट या ऑनलाइन अकाउंट पर आसानी से अपना क्रेडिट स्कोर मुफ्त में प्राप्त कर सकता है.
लंबी अवधि के लिए न लें लोन
ग्राहक के लिए लंबी अवधि के लिए लोन का विकल्प आकर्षक हो सकता है क्योंकि इसमें कम ईएमआई चुकाना पड़ता है, लेकिन इससे कुल ब्याज बढ़ जाता है. लॉन्ग टर्म आमतौर पर ज्यादा ब्याज दर के साथ आती हैं और ग्राहक को लंबी अवधि तक ईएमआई चुकानी पड़ती है. इसके अलावा, लंबी अवधि के लोन का मतलब है कि कार की वैल्यू भी कम हो जाती है. आमतौर पर 60 महीने को अधिकतम अवधि माना जाता है, जिस पर किसी को विचार करना चाहिए.
प्री-अप्रूव्ड लोन लें
केवल कार डीलर पर लोन के लिए निर्भर रहने के बजाय कहीं और बेहतर विकल्प देख सकते हैं, जहां छूट मिल रहा है. अलग-अलग बैंकों, क्रेडिट एजेंसियों और ऑनलाइन उधारदाताओं से प्री-अप्रूव्ड लोन की जांच करना हमेशा बेहतर होता है. यह कार खरीदने से पहले किया जाना चाहिए क्योंकि इससे खरीदार को इस बात का बेहतर अंदाजा होगा कि उसे कितना लोन स्वीकृत हो सकता है और ग्राहक के लिए ब्याज दर क्या होंगी.