नई दिल्ली : भारतीय रेलवे जल्द ही खास ट्रेन के किराए में भारी कमी करने जा रही है। इसके पीछे की वजह ज्यादा से ज्यादा यात्रियों को आकर्षित करना बताया जा रहा है। अधिकारियों ने कहा कि अधिक से अधिक यात्रियों को आकर्षित करने के लिए भारतीय रेलवे ‘भारत गौरव’ ट्रेनों के किराए को कम करने की योजना बना रहा है। भारत गौरव ट्रेनों को देश में धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए शुरू किया गया था।
रेलवे के एक अधिकारी ने कहा, “किराया कम करने पर अंतिम निर्णय भारतीय रेलवे खानपान एवं पर्यटन निगम (आईआरसीटीसी) द्वारा लिया जाना बाकी है। वर्तमान में, एसी 3 टियर सीट में 18 दिनों के टूर के लिए प्रत्येक यात्री से 62,000 रुपये का शुल्क लिया जाता है।” उन्होंने कहा कि ट्रेन में कम लोगों के आने के पीछे की वजह खराब कोच भी हो सकता है। इसके अलावा, निम्न मध्यम वर्ग के तीर्थयात्रियों के लिए यह कीमतें अधिक प्रतीत होती हैं।
उन्होंने कहा, “पिछले साल तक, तीर्थयात्री भारत दर्शन ट्रेनों में यात्रा करते थे जो भारत गौरव ट्रेनों की तुलना में सस्ती थीं। भारत दर्शन पर 18 दिनों की यात्रा की लागत लगभग 27000 रुपये थी। उसे अप्रैल 2022 में बंद कर दिया गया था। इसलिए, भारत गौरव ट्रेनों के किराए को कम से कम 20% कम करने का लक्ष्य रखा गया है।”
रेलवे अधिकारी ने कहा कि हाल ही में यात्रियों की कमी के कारण भारतीय रेलवे को दो ‘भारत गौरव’ ट्रेनों को कैंसिल करना पड़ा था। ये ट्रेनें भारत गौरव स्पेशल श्री जगन्नाथ यात्रा रेल यात्रा और रामायण सर्किट भारत गौरव ट्रेन थी। इन्हें कैंसिल करने के पीछे की वजह यात्रियों की कम संख्या बताया गया था। अधिकारी ने कहा, “अब तक, यात्रियों की कमी के कारण रेलवे को रामायण रूट पर केवल एक ट्रेन चलाने के लिए मजबूर होना पड़ा, जिससे राजस्व का नुकसान भी हुआ।” अधिकारियों ने कहा कि आईआरसीटीसी ने इस मुद्दे को मंत्रालय के समक्ष उठाया था।
अधिकारी ने कहा, “उन्होंने यात्रियों की संख्या कम होने के कारण राजस्व में होने वाले नुकसान का मुद्दा भी उठाया था और यह भी बताया था कि यात्रियों को लुभाने के लिए टिकट का किराया बहुत अधिक है।” अधिकारियों ने यह भी कहा कि रेलवे बोर्ड ने यात्रियों को आरामदायक बर्थ, चार्जिंग प्वाइंट और अन्य सुविधाएं मुहैया कराने के उद्देश्य से पिछले सप्ताह केवल लिंके हॉफमैन बुश (एलएचबी) कोच के इस्तेमाल को मंजूरी दी थी।