लखनऊ l उत्तर प्रदेश में एक बार फिर बीजेपी की बड़ी जीत के साथ योगी आदित्यनाथ को विधायक दल का नेता चुन लिया गया है. इस मौके पर योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश की जनता और बीजेपी के सभी नेताओं का आभार जताया. वहीं केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने कहा कि बीजेपी को जनता ने दो तिहाई बहुमत दिया, जिसके बाद हम यूपी में वापसी कर रहे हैं.
उन्होंने कहा कि ये हम सभी के लिए गौरव का क्षण है, जब किसी मुख्यमंत्री को दोबारा सत्ता में आने का मौका मिला है. जब से आम चुनाव शुरु हुए हैं, उस वक्त से उत्तर प्रदेश में ऐसा नही हुआ है. शाह ने कहा कि उत्तर प्रदेश में ज्यादातर समय राजनैतिक अस्थिरता का माहौल रहा. इसका नतीजा उत्तर प्रदेश की राजनीति में जातिवादी और परिवारवादी पार्टियों का उदय हो गया.
शाह ने कहा, ‘हम सभी को मोदी जी जैसा दूरदर्शी नेतृत्व मिला है, परिश्रमी नेतृत्व मिला है. गरीबों के प्रति समर्पित रहने वाला नेतृत्व मिला है. मोदी जी के मार्गदर्शन में योगी जी ने गरीब कल्याण के हर कार्य को पूरा कर जमीन तक पहुंचाया है.’
पूर्व की समाजवादी पार्टी की सरकार पर निशाना
केंद्रीय गृह मंत्री ने इस दौरान समाजवादी पार्टी पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी की सरकार में राजनीति का अपराधीकरण था. उत्तर प्रदेश की जनता इससे मुक्ति चाहती थी. 2017 का समय आया और यहां की जनता को उससे मुक्ति मिली. सपा सरकार में उद्योगपतियों का सम्मेलन दिल्ली में होता था क्योंकि कोई भी उद्योगपति लखनऊ आने के लिए तैयार नहीं होता था.
शाह ने कहा कि सपा सरकार में माफिया और गुंडे पुलिस के मालिक बन बैठे थे. गरीब की एफआईआर लिखवाने की हिम्मत नहीं होती थी. 2017 के बाद जब सत्ता में बदलाव हुआ, तो आप देख सकते हैं गुंडे और माफियाओं की क्या हालत है.
2017 से पहले सुशासन की कोई बात नहीं करता था: योगी
इससे पहले योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 2017 से पहले सुशासन की कोई बात नहीं करता था. उस वक्त तो कोई सोचता भी नहीं था, आज ये सब संभव हो पाया है. 2017 से हम प्रदेश को कुशासन से सुशासन की तरफ ले गए. अब हमारी जिम्मेदारी और बढ़ गई है. सुशासन को और कैसे सुदृढ़ करना है. इस पर हम सभी को कार्य करना है.
उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने बिना भेदभाव के आम जन तक गरीब कल्याण की योजनाएं पहुंचाई हैं. सपा-बसपा की सरकार में गरीबों के विकास के लिए कोई योजना नहीं थी.
योगी आदित्यनाथ ने बनाया रिकॉर्ड
योगी आदित्यनाथ पिछले 37 सालों में उत्तर प्रदेश में पूर्ण कार्यकाल पूरा करने के बाद सत्ता में लौटने वाले पहले मुख्यमंत्री होंगे. इतना ही नहीं उत्तर प्रदेश से अलग होकर उत्तराखंड बनने के बाद योगी आदित्यनाथ सत्ता में लौटने वाले पहले मुख्यमंत्री हैं. इससे पहले कांग्रेस के एनडी तिवारी 1985 में लगातार दूसरी बार सीएम बने थे.
इकाना स्टेडियम में शपथ लेंगे योगी
योगी आदित्यनाथ, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के तौर पर 25 मार्च को शपथ लेंगे. लखनऊ के इकाना स्टेडियम में शाम 4 बजे योगी आदित्यनाथ दूसरी बार सीएम पद की शपथ लेंगे. इसके लिए तैयारियां पूरी कर ली गई है. पूरे लखनऊ को सजाया गया है. इसके साथ ही हर गली-चौराहे पर बड़े-बड़े होर्डिंग और बीजेपी के झंडे लगाए गए हैं.