महोबा 26 जून (आरएनएस)। मेडिकल स्टोर से लोगों के सामने कंडोम खरीदने में जिन लोगों को संकोच या हिचकिचाहट होती थी उनके लिए राहत की बात है। इसके लिए सरकारी स्वास्थ्य केन्द्रों पर कंडोम पेटिका (कंडोम बाक्स) की व्यवस्था की गयी है। यहां से 24 घंटे कभी भी नि:शुल्क कंडोम प्राप्त किया जा सकता है। इस व्यवस्था से जहां एक ओर लोगों को शर्म और संकोच का सामना नहीं करना पड़ेगा वहीं उनकी जेब भी ढीली नहीं होगी और महिलाओं को अनचाहे गर्भ से छुटकारा भी मिलेगा।
सीएचसी में शौचालय व प्रसव केंद्रों के बाहर लगा बाक्स
जनपद के सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर लकड़ी से बने बॉक्स में कंडोम के पैकेट भरकर ऐसी जगह लगाये गए हैं, जहां सभी की पहुंच भी हो और उनकी गोपनीयता भी बनी रहे। कंडोम बॉक्स खाली होने पर स्वास्थ्य कार्यकर्ता पुन: इसे भर देते हैं और यह चक्र चलता रहता है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. सुधाकर पांडेय का कहना है कि गर्भावस्था को रोकने के साथ ही संक्रमण को रोकना और यौन व प्रजनन स्वच्छता में सुधार करना पुरुष की भी जिम्मेदारी है। इसके लिए परिवार नियोजन का एक मात्र अस्थायी साधन कंडोम अधिकतर लोगों के लिए उपयुक्त है और इसका कोई दुष्प्रभाव भी नहीं है। इसकी उपलब्धता आमजन तक आसान हो, इसके लिए जनपद के 5 स्वास्थ्य केन्द्रों पर कंडोम पेटिका (कंडोम बाक्स) की व्यवस्था की गयी है।
यहां प्रसव केंद्रों और शौचालय के बाहर भी कंडोम बाक्स लगाए गए हैं। इसके अलावा 16 पीएचसी व 150 सब सेंटर में भी यह सेवा उपलब्ध है। उन्होंने बताया कि जनपद में वित्तीय वर्ष 2020-21 में जहां 3.47 लाख कंडोम की खपत थी वहीं 2021-22 में बढक़र 3.99 लाख से अधिक हो गयी। ब्लॉक प्रोग्राम मैनेजर वसीम बेग ने बताया कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पनवाड़ी में कंडोम बॉक्स को अस्पताल के मुख्य गेट के बगल में लगाया गया है, जिससे यह आसानी से लोगों की पहुंच में हो। उन्होंने बताया कि शुरुआत में लोगों को कम जानकारी थी लेकिन अब इसमें हर तीसरे दिन कंडोम के पैकेट भरने पड़ते हैं। उन्होने बताया कि ब्लॉक के सभी प्रसव केन्द्रों पर कंडोम बॉक्स उपलब्ध हैं।
इनसेट मांगने में आती थी शर्म, कंडोम पेटिका बनी सहारा
महोबा। पनवाड़ी ब्लाक के 28 वर्षीय कुशल कुमार की शादी चार साल पहले हुई थी। उनकी दो साल की एक बेटी है। अभी वह बच्चा नहीं चाहते हैं। इसके लिए वह पिछले डेढ़ साल से कंडोम का उपयोग कर रहे हैं। कुशल कहते हैं कि कभी-कभी दुकान या मेडिकल स्टोर पर कंडोम खरीदने में शर्म आती थी तो कभी पैसे न होने पर इसे खरीद नहीं पाता था। अस्पताल में कंडोम पेटिका लग जाने से इसे 24 घंटे में कभी भी ले सकता है।