नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव के बाद आम लोगों को महंगे मोबाइल रिचार्ज का झटका लग सकता है. जल्द ही मोबाइल रिचार्ज (Mobile Recharge Price Hike) की कीमतें बढ़ सकती हैं. इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार टेलीकॉम कंपनियां टैरिफ में बढ़ोतरी का प्लान कर रही है. पिछले कुछ सालों में यह चौथी बार है जब टेलीकॉम कंपनियां टैरिफ प्लान में इजाफा करने वाली हैं. इस फैसले के बाद ग्राहकों के बिल में लगभग 25 फीसदी की बढ़ोतरी देखी जा सकती है. इस फैसले से टेलीकॉम कंपनियों के एवरेज रेवेन्यू प्रति यूजर (ARPU) में बढ़त होगी.
महंगा हो सकता है मोबाइल बिल?
ET की खबर के मुताबिक देश की बड़ी टेलीकॉम ऑपरेटर कंपनियां आने वाले दिनों में अपने टैरिफ प्लान में 25 फीसदी तक की बढ़ोतरी करके बढ़ती प्रतिस्पर्धा और भारी 5G निवेश की के बीच रिकवरी करने की कोशिश करेगी. रिपोर्ट में यह भी दावा किया गया है कि भले ही टैरिफ प्लान में ज्यादा बढ़ोतरी लग रही है, लेकिन शहर और गांवों में रहने वाले ग्राहकों के लिए यह सामान्य ही होगी. शहरी क्षेत्रों में रहने वाले ग्राहकों का खर्च 3.2 फीसदी से बढ़कर 3.5 फीसदी हो जाएगा. वहीं गांवों में रहने वाले ग्राहकों का टेलीकॉम पर होन वाला खर्च 5.2 फीसदी से बढ़कर 5.9 फीसदी हो जाएगा.
भारती एयरटेल और जियो को होगा सबसे ज्यादा फायदा
देश की दो सबसे दिग्गज टेलीकॉम कंपनियां भारती एयरटेल और जियो को सबसे ज्यादा फायदा होने वाला है. एक्सिस कैपिटल की रिपोर्ट के मुताबिक टेलीकॉम ऑपरेटरों का एवरेज रेवेन्यू प्रति यूजर (ARPU) में 16 फीसदी की बढ़ोतरी की उम्मीद जताई जा रही है. ऐसे में भारती एयरटेल के ARPU में 29 रुपये और भारती एयरटेल में 26 रुपये की बढ़ोतरी दर्ज की जा सकती है.
100 रुपये प्रति यूजर तक की बढ़ोतरी की है उम्मीद
डेलॉयट, साउथ एशिया के TMT इंडस्ट्री लीडर पीयूष वैश ने कहा है कि टेलीकॉम कंपनिया 5जी पर किए गए खर्च की भरपाई करने के लिए ARPU में 10 से 15 फीसदी तक की बढ़ोतरी कर सकती हैं. ऐसे में ग्राहकों के प्लान में साल के अंत तक 100 रुपये प्रति यूजर के हिसाब से बढ़ोतरी हो सकती है. इसके साथ ही पीयूष वैश ने यह उम्मीद भी जताई है कि मोबाइल बिल में बढ़ोतरी के बाद भी यूजर्स के नंबर पर कोई खास फर्क देखने को नहीं मिलेगा. भारत में यूजर्स का ध्यान फिलहाल सस्ते मोबाइल बिल से अधिक तेज इंटरनेट स्पीड पर है.