राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के जहांगीरपुरी (Jahangirpuri) इलाके में 2 संदिग्धों की गिरफ्तारी के बाद भलस्वा इलाके की ड्रेन से मिली लाश के बारे में दिल्ली पुलिस (Delhi Police) ने कई खुलासे किए हैं. पुलिस के एडिशनल सीपी प्रमोद कुशवाहा ने रविवार, 15 जनवरी को प्रेस कॉन्फ्रेंस की, जिसमें उन्होंने बताया कि गिरफ्त में लिए गए नौशाद और जगजीत (Naushad And Jagjit Singh) के संपर्क आईएसआई (ISI) हैंडलर से थे, इन्हें वहीं से ऑपरेट किया जा रहा था.
एडिशनल सीपी प्रमोद कुशवाहा ने बताया कि बीते दिनों दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल को जहांगीरपुरी इलाके में 2 संदिग्धों के छिपे होने की सूचना मिली थी. उन्हें वहां से छापेमारी कर पकड़ा गया. उनके पास से पुलिस ने 3 पिस्टल और 22 कारतूस बरामद किए. जिसके बाद उन्हें UAPA के तहत गिरफ्तार किया गया. उन संदिग्धों की पहचान जगजीत सिंह उर्फ जग्गा (29) और नौशाद (56) के रूप में हुई. जिनमें से जगजीत उत्तराखंड का रहने वाला है. वहीं, नौशाद का घर दिल्ली के जहांगीरपुरी में है.
आतंकियों की गिरफ्तारी मामले में दिल्ली पुलिस का खुलासा
पुलिस ऑफिसर ने कहा, ”नौशाद और जगजीत को जिस मकान में पकड़ा गया था, वहीं से शुक्रवार शाम को पुलिस ने 2 हैंड ग्रेनेड बरामद किए थे और पुलिस को वहां खून के निशान भी मिले थे. तभी पुलिस ने शक जताया था कि इस घर में किसी की हत्या की गई है. बहरहाल, आरोपियों की निशानदेही पर इस घर के पास ड्रेन से टुकड़ों में फेंकी गई एक लाश बरामद की गई है.”
‘राइट विंग लीडर को मारना चाहते थे’
पुलिस ऑफिसर ने कहा, ”नौशाद और जगजीत आतंकी गतिविधियों में लिप्त थे. वे यहां राइट विंग लीडर को मारना चाहते थे.’
एडिशनल सीपी प्रमोद कुशवाहा के मुताबिक, इसी 15 तारीख (15 जनवरी) को उन्होंने अपनी कैपेबिलिटी दिखाने के लिए बीते दिनों जहांगीर पुरी में एक शख्स की हत्या की और उसका वीडियो अपने हैंडलर को भेजा था.
पंजाब में हमला करने की बड़ी साजिश थी
प्रमोद कुशवाहा ने कहा- इन लोगों ने आने वाले एक महीने में पंजाब में बड़े आतंकवादी हमले की प्लानिंग की थी. इन्हें दिल्ली में भी हमला करना था. कई बड़े नेता इनके निशाने पर थे. इनके पास जो हैंड ग्रेनेड मिले, वो मिल्ट्री ग्रेड हैं. ये कहां से लाए इसका पता जांच के बाद पता चलेगा. खौफनाक साजिश के पीछे आईएसआई हैंडलर थे.