आजकल साइबर अपराधी ठगी के नए-नए तरकीबों से लोगों को चपत लगा रहे हैं। इन सब धोखाधड़ी से बचने के उपायों के बारे में लगातार बैंक और सरकार लोगों को जागरूक करने का प्रयास करती रही हैं। देश में बढ़ते साइबर फ्रॉड के दौर में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया यानी SBI ने ग्राहकों को आगाह किया है। साथ ही बताया कि वह दो नंबरों से आने वाली फोन कॉल का न जवाब दें और न ही किसी केवाईसी अपडेट के लिए किसी फिशिंग लिंक पर क्लिक करें।
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने ट्विटर पर असम सीआईडी के एक ट्वीट को रिट्वीट करते हुए ग्राहकों को सचेत किया है। स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने कहा है कि ग्राहक इन फोन नंबरों (+91-8294710946 और +91-7362951973) से आने वाले किसी भी फोन कॉल का जवाब न दें। अन्यथा वह ठगी का शिकार हो सकते हैं। एसबीआई ने ट्विटर के अलावा अन्य सोशल साइट्स व ईमेल के माध्यम से अपने ग्राहकों को आगाह किया है।
दरअसल, असम सीआईडी ने जानकारी साझा करते हुए इन दो नंबरों को लेकर निर्देश जारी किये थे। असम सीआईडी ने एक ट्वीट में लिखा था, “एसबीआई ग्राहकों को इन दो नबंरों से कॉल आ रहे हैं और उन्हें केवाईसी अपडेट करने के लिए फिशिंग लिंक पर क्लिक करने के लिए कहा जा रहा है। सभी एसबीआई ग्राहकों से अनुरोध है कि वह ऐसे किसी संदिग्ध लिंक पर क्लिक न करें।”
असम सीआईडी के ट्वीट की पुष्टि करते हुए स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने अपने ग्राहकों को जानकारी देते हुए लिखा कि न तो वह कॉल उठायें और न ही केवाईसी अपडेट लिंक पर क्लिक करें। एसबीआई के मुताबिक, ग्राहक केवल कॉल या मैसेज लिंक पर ही नहीं बल्कि ईमेल पर भी आने वाले किसी संदिग्ध लिंक पर क्लिक न करें। साथ ही जिन भी संदेशों में आपसे पिन, सीवीवी या ओटीपी जैसी व्यक्तिगत चीजें मांगी गई हों उन्हें जवाब देने से बचे।
बता दें कि, साइबर अपराधी लोगों के पास कई तरीकों से फिशिंग लिंक पर क्लिक करने को कहते हैं। जिसके बाद जालसाज आपके कंप्यूटर या मोबाइल फोन को अपने नियंत्रण में ले लेता है। फिर वह लोगों की निजी जानकारी चुरा लेते हैं और व्यक्ति धोखाधड़ी का शिकार हो जाता है। ज्ञात हो कि, बैंक द्वारा हमेशा यह कहा जाता है कि वह ग्राहकों से उनकी निजी जानकारी नहीं मांगते हैं।