हरिद्वार। कनखल स्थित शमशान घाट में दाह संस्कार के लिए लकड़ी उपलब्ध नहीं होने से लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। लोगों को दोगुने दाम पर बाहर से लकड़ी खरीदनी पड़ रही है। लोगों की परेशानी का संज्ञान लेते हुए ज्वालापुर विधायक रवि बहादुर ने प्रैस को जारी बयान में कहा कि शासन प्रशासन की नाकामी साफ दिख रही है। व्यक्ति पहले ही काफी दुखी होता है और जब वह अपने मृतक परिजन के शव को लेकर शमशान घाट पहुंचता है और लकड़ियां नहीं मिलने से उसे कितनी परेशानी होती होगी। उन्होंने कहा कि कई लोगों द्वारा बताया जा रहा है कि पिछले एक महीने से दाह संस्कार के लिए लकड़ी नहीं मिलने की समस्या बनी हुई है। जब लोग शव लेकर शमशान घाट पहुंचते हैं तो लकड़ी नहीं होने के बारे मे जानकारी मिलती है। शमशान घाट में स्थित टाल से ही अधिकतर लोग लकड़ियां खरीदते है और उसकी रसीद मृतक प्रमाण पत्र बनाने में काम आती है। कनखल शमशान घाट से व्यक्ति को लकड़ी लेने ज्वालापुर जाना पड़ रहा है। जहां दुगने दाम पर लकड़ियां मिल रही है।
जिसके कारण गरीब लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। सिटी मजिस्ट्रेट एवं तहसीलदार को इसका संज्ञान लेते हुए शमशान घाट पर अंतिम संस्कार के लिए लकड़ी का प्रबंध करना चाहिए। स्वयं को हिंदूवादी कहने वाली सरकार में हिंदुओं के साथ धोखा हो रहा है। यह सरकार गरीब की नहीं पूंजीपतियों की सरकार है। जो सरकार जनता को सुविधा नहीं दे सकती उसे सत्ता में रहने का अधिकार नहीं है। अंतिम संस्कार के लिए दोगुने दाम पर लकड़ियां बेचना बड़ा भ्रष्टाचार है। शासन प्रशासन को शमशान घाट पर विद्युत शव दाह गृह बनाना चाहिए। जिससे लकड़ियां नहीं होने पर परिजनों को मृतक का दाह संस्कार करने में किसी प्रकार की परेशानी नहीं होगी। प्रशासन को श्मशान घाट पर लकड़ियां नहीं होने के बारे में जानकारी नहीं होना बहुत शर्म की बात है।