कोलंबो ,09 जुलाई । श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे को अपना आवास छोडक़र भागना पड़ा है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक शनिवार को बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी उनके आवास में दाखिल हो गए। इस हालात में श्रीलंकाई राष्ट्रपति को यह फैसला करना पड़ा। यह घटनाक्रम उस वक्त हुआ जब पुलिस ने हजारों की संख्या में जुटे प्रदर्शनकारियों को भगाने के लिए आंसू गैस के गोले दागे। दरअसल श्रीलंका में शीर्ष वकीलों के संघ, मानवाधिकार समूहों और राजनीतिक दलों के लगातार बढ़ते दबाव के बाद पुलिस ने शनिवार को सरकार विरोधी प्रदर्शनों से पहले कर्फ्यू हटा लिया था।
यह कर्फ्यू सरकार विरोधी प्रदर्शनों को रोकने के लिए कोलंबो सहित देश के पश्चिमी प्रांत में सात संभागों में लगाया गया था। पुलिस के मुताबिक पश्चिमी प्रांत में सात पुलिस संभागों में कर्फ्यू लगाया गया था जिसमें नेगोंबो, केलानिया, नुगेगोडा, माउंट लाविनिया, उत्तरी कोलंबो, दक्षिण कोलंबो और कोलंबो सेंट्रल शामिल हैं। यह कर्फ्यू शुक्रवार रात नौ बजे से अगली सूचना तक लागू किया गया था। गौरतलब है कि श्रीलंका मौजूदा समय में गंभीर आर्थिक संकट का सामना कर रहा है।