ज्वालामुखी (कांगड़ा)/चामुंडा (कांगड़ा)। शक्तिपीठ ज्वालामुखी में शुक्रवार को श्रावण अष्टमी नवरात्रों का भव्य आगाज हुआ। ज्वालामुखी मंदिर को दो क्विंटल देसी-विदेशी फूलों और रंग-बिरंगी रोशनी से सजाया गया है। मंदिर में शुक्रवार को 10,000 श्रद्धालुओं ने माथा टेका। मंदिर के कपाट सुबह 5:00 बजे खोल दिए गए थे। सुबह से श्रद्धालु मां ज्वाला की पवित्र ज्योतियों के दर्शन करने के लिए लाइनों में लगे थे। मंदिर अधिकारी विचित्र सिंह, एसीएफ राजेंद्र कुमार, एसडीएम मनोज ठाकुर ने विधिवत पूजा-अर्चना और कन्या पूजन से श्रावण अष्टमी नवरात्रों का आगाज किया। ज्वालामुखी मंदिर एसीएफ राजेंद्र कुमार ने बताया कि नवरात्रों के दौरान मंदिर में नारियल, ढोल-नगाड़े ले जाना प्रतिबंध है। पुलिस के 150 जवान और 75 होमगार्ड सुरक्षा व्यवस्था संभाल रहे हैं। पुजारी अविनेंद्र शर्मा ने बताया कि पहले नवरात्र पर मंदिर में करीब 10,000 श्रद्धालुओं ने पवित्र ज्योतियों के दर्शन किए।
पहले नवरात्र के दिन 3000 ने नवाया शीश
श्रावण अष्टमी नवरात्र के पहले दिन श्री चामुंडा में 3,000 श्रद्धालु मां के दर पहुंचे। मंदिर में सुरक्षा की दृष्टि से एक रिजर्व पुलिस ओर 30 होम गार्ड जवान तैनात किए गए। हर आने-जाने वाले रास्ते पर सीसीटीवी कैमरों से नजर रखी जा रही है। मंदिर प्रशासन ने पहले ही बाण गंगा में नहाने व नारियल चढ़ाने पर प्रतिबंध लगा दिया। फिर भी लाउड स्पीकर से समय-समय पर श्रद्धालुओं को आगाह किया जा रहा है। मंदिर में प्रवेश से पहले हर श्रद्धालु को मैटल डिटेक्टर से गुजारा जा रहा है।
मंदिर परिसर में अभी भी बिना मॉस्क लगाए दर्शनों को आ रहे हैं। हालांकि मंदिर प्रशासन ने 14 लंगर सीमतियों को लंगर सेवा को मंजूरी दी है, लेकिन आज एक ही लंगर संस्था की ओर से लगाया गया। वहीं मंदिर अधिकारी अपूर्व शर्मा ने बताया कि सावन अष्टमी मेलों के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं। मंदिर सुवह पांच से रात दस बजे तक खुले रहेंगे। वहीं बिजली, पानी व सफाई व्यवस्था बाधित न हो इसके लिए सभी विभागों के कर्मचारी मौके पर मौजूद हैं।